हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित उत्तर पश्चिम भारत के कई हिस्सों में 26 अप्रैल को छिटपुट बारिश और गरज के साथ बारिश हुई। इस प्री-मॉनसून गतिविधि से शाम के तापमान में गिरावट दर्ज की गई और गर्मी से राहत मिली। उदाहरण के लिए, दिल्ली में शाम 7:30 से 8:00 बजे के बीच तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से गिरकर सुखद 27 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इसी तरह की गिरावट पूरे क्षेत्र में देखी गई।
इन राज्यों में मौसम शुष्क: इन प्री-मॉनसून बारिश का श्रेय उत्तरी पाकिस्तान पर पश्चिमी विक्षोभ के साथ-साथ मध्य पाकिस्तान और निकटवर्ती राजस्थान पर चक्रवाती परिसंचरण को दिया जाता है। जबकि, पश्चिमी हिमालय में अगले 1-2 दिनों तक बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है। वहीं, पंजाब के उत्तरी जिलों में कुछ देर तक बारिश हो सकती है। दक्षिणी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में मौसम शुष्क हो जाएगा।
बढ़ेगा तापमान: अप्रैल के बचे हुए दिनों में पूरे उत्तर पश्चिम भारत में कोई विशेष मौसम गतिविधि की उम्मीद नहीं होगी। इस शुष्क मौसम के साथ तापमान धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है। हालाँकि, विशेषज्ञों की सलाह है कि कम से कम अगले सप्ताह तक क्षेत्र में लू की स्थिति का जल्दी में कोई खतरा नहीं है।
अप्रैल में नहीं चली लू: प्री-मॉनसून गतिविधि आमतौर पर मई में तेज हो जाती है और पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में जून के शुरुआती 15 दिनों तक जारी रहती है। खासकर, इस बार उत्तर भारत अप्रैल में लू से बच गया है। जबकि मध्य और दक्षिणी भारत में भीषण तापमान का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, मई में तापमान बढ़ने की संभावना है। कभी-कभार प्री-मानसून बारिश से अस्थायी राहत मिल सकती है।