पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में अक्टूबर और जनवरी के बीच शुष्क मौसम देखा गया था, अब यह बर्फबारी के एक और दौर के लिए तैयार हो रहा है। जनवरी के अंत और फरवरी के बीच मध्यम से भारी बर्फबारी के दो दौर का अनुभव करने के बाद अब पहाड़ियाँ तेजी से आने वाले दो और पश्चिमी विक्षोभों के लिए तैयार हैं।
इस दिन हो सकती है बर्फबारी: पहला विक्षोभ 25 से 27 फरवरी तक इस क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।जिससे हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी होगी। वहीं, 26 और 27 फरवरी को अलग- अलग स्ताथ रीख को अलग-अलग स्थानों पर भारी बर्फबारी संभव है। इसके बाद 29 फरवरी और 4 मार्च के बीच एक मजबूत प्रणाली आएगी, जिसकी अधिकतम तीव्रता 2 और 3 मार्च के बीच होने का अनुमान है।
इन राज्यों में भी होगा असर: इस दूसरी प्रणाली के अधिक तीव्र होने की उम्मीद है, जिससे पश्चिमी हिमालय में व्यापक रूप से मध्यम से भारी बर्फबारी होगी। इसके अतिरिक्त इस विक्षोभ का प्रभाव पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत तक फैल जाएगा। जिससे इसी अवधि के दौरान बारिश की उम्मीद हो सकती है।
स्थानीय लोग बरतें सावधानी: आने वाले पश्चिमी विक्षोभ क्षेत्र में बर्फ के आवरण को फिर से भर सकते हैं, जो बसंत और गर्मियों के महीनों में पानी की उपलब्धता के लिए जरूरी है। हालांकि, प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों और यात्रियों को सतर्क रहने के साथ बर्फबारी और बारिश के कारण संभावित व्यवधानों के लिए मौसम संबंधी अपडेट का पालन करने की सलाह दी जाती है।