देश के मध्य भागों में पिछले लगभग एक सप्ताह से बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ रही हैं। 06 अप्रैल को मौसम की गतिविधियां हल्की शुरू हुईं थी। उसके बाद से गतिविधियों की तीव्रता और प्रसार लगभग लगातार बढ़ता रहा है। जिसमें सबसे ज्यादा असर विदर्भ और मध्य प्रदेश में हुआ है। वहीं, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी मध्यम बारिश दर्ज की गई है। उत्तरी कर्नाटक, मराठवाड़ा और तेलंगाना में भी हल्की बारिश हुई है।
3 राज्यों में बिजली गिरने की संभावना: मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसमें एक ट्रफ रेखा दक्षिण और पूर्व की ओर फैली हुई है। इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना प्रतिचक्रवात इस क्षेत्र को नम हवाएँ दे रहा है। बता दें, अभी अगले 3 दिनों तक बारिश और गरज के साथ बारिश की गतिविधियां जारी रहने की संभावना है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा राज्य खराब मौसम गतिविधियों के लिए ज्यादा संवेदनशील हैं। इन क्षेत्रों में तेज़ हवाएँ, बिजली गिरने और छिटपुट ओलावृष्टि की संभावना है।
3 दिन होगी बारिश: वहीं, पहले विदर्भ, मराठवाडा और मध्य महाराष्ट्र में गर्मी की लहर की स्थिति सामने आई थी, जो बारिश होने के बाद अब कम हो गई है। पूर्वी मध्य प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और ओडिशा के अंदरूनी हिस्सों में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। विदर्भ और मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों में पहले तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया था, जो अब गिरकर 30 डिग्री पर आ गया है। ज्यादातर दूसरे स्थान भी 35°C या उससे कम के पारे के स्तर पर सीमित हैं। ये काफी असामान्य हैं, क्योंकि इतना तापमान पिछले कई दिनों से बना हुआ है। वहीं, यह तापमान सोमवार 15 अप्रैल तक जारी रहने और उसके बाद धीरे-धीरे बढ़ने की संभावना है।