दिल्ली पिछले 2 सप्ताह से शुष्क बनी हुई है। फरवीर महीने की शुरुआत में हुई बारिश के बाद अब तक शांति बनी हुई है। बता दे, फरवरी सर्दियों में सबसे ज्यादा बारिश वाला महीना होता है। बारिश नहीं होने के कारण दिन का तापमान बढ़ गया है।
बारिश नहीं होने पर बढ़ा तापमान: वहीं, हवा के पैटर्न में बदलाव के कारण दिन और रात दोनों में पारे का स्तर बढ़ गया है। कल (रविवार) को अधिकतम तापमान 29.7°C था, जो इस सीज़न का अब तक का सबसे अधिक तापमान था और सामान्य से 5°C अधिक था। आज(19 फरवरी) सुबह का तापमान 14.1°C था, जो औसत से लगभग 4°C ज्यादा है। डीएलएच/एनसीआर के अधिकांश हिस्सों में तापमान की समान रिकॉर्डिंग की गई है।
दिल्ली में बदलेगा मौसम: दिल्ली के मौसम में बदलाव( बारिश, आंधी) जल्द ही किसी भी समय शुरू होने की संभावना है। 22 फरवरी तक बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है। बारिश का दौर आज शाम को हल्की गति के साथ शुरू हो सकता है, जिसके देर रात तेज होने की संभावना है। कल (20 फरवरी) को भी ऐसे ही हालात रहने की उम्मीद है। मौसम की अधिकांश गतिविधियाँ देर रात या सुबह के समय होंगी। अगले 2 दिनों, 21 और 22 फरवरी को हल्की बारिश जारी रहने की संभावना है। इसके साथ ही बिजली चमकने, तेज हवाओं और गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
ट्रफ रेखा दिल्ली के समीप: एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पहाड़ों की ओर बढ़ रहा है, जिससे भारी मौसम गतिविधि शुरू हो रही है। उत्तरी पंजाब और आसपास के क्षेत्र पर एक प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण(induced cyclonic circulation) बना हुआ है। इस सिस्टम से एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा विकसित हो रही है, जो दिल्ली के करीब पहुँच रही है। अन्यथा, राष्ट्रीय राजधानी मुख्य व्यवस्था के बाहरी किनारे पर बनी रहती है। जिस कारण डीएलएच/एनसीआर में थोड़े समय के लिए मौसम रहेगा और बीच-बीच में कुछ समय के रुक भी जाएगा।
तापमान में होगा उतार-चढ़ाव: लगातार बादलों, हवाओं में बदलाव और छिटपुट बारिश के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव आएगा। हालाँकि, दिन के तापमान में गिरावट आएगी। लेकिन, तापमान बीस के दशक के मध्य(24 से 26) के आसपास रहेगा, जो सामान्य है। वहीं, अगले 2-3 दिनों में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे कम होकर दोहरे अंक में आ जाएगा। जैसे ही 22 फरवरी को मौसम प्रणाली साफ होगी, न्यूनतम तापमान एक बार फिर गिर सकता है। पहाड़ों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश के कारण ठंडी हवाएँ बर्फ से ढके पहाड़ों की ढलानों से नीचे बह सकती हैं, जो पंजाब और हरियाणा के मैदानी इलाकों में प्रवेश कर डीएलएच/एनसीआर की बाहरी चौकियों तक पहुँच सकती हैं। 23 फरवरी से रात का तापमान एक बार फिर एकल अंक में गिर जाएगा।