गुजरात राज्य में प्री-मानसून के दौरान लू की स्थिति सबसे ज्यादा बनती है। लू चलने की स्थितियाँ यहां बार-बार बनती हैं। कभी-कभी तो मार्च में ही शुरू हो जाती है, लेकिन सबसे ज्यादा अप्रैल महीने में लू चलती है। वहीं, संयोग से, गुजरात इस सीजन में 40 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड करने वाला पहला राज्य है। इस सप्ताह के दौरान भी सौराष्ट्र, कच्छ और उत्तरी गुजरात में हीट वेव की स्थिति देखी गई थी, लेकिन यह बहुत थोडे समय के लिए थी।
गुजरात में सबसे ज्यादा तापमान: अहमदाबाद में 10 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस सीजन का अब तक का सबसे अधिक तापमान है। यहां तक कि सौराष्ट्र के राजकोट में भी 9 अप्रैल को तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया था। शहर में 08 से 10 अप्रैल के बीच 41 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक तापमान का हैट्रिक दर्ज किया गया था। कच्छ क्षेत्र के भुज में पिछले 4 दिनों से तापमान 41°C से अधिक रहा है, 08 अप्रैल को अधिकतम तापमान 41.7°C था। अगले सप्ताह के दौरान पूरे क्षेत्र में तापमान बढ़ने की उम्मीद है।
अहमदाबाद में दो दिन बारिश: एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पहाड़ियों पर आगे बढ़ रहा है। साथ ही 12, 13, 14 और 15 अप्रैल को उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में गरज के साथ बारिश पड़ने की संभावना है। जिसमें राजस्थान के भी कुछ हिस्सों भी भागीदार होंगे, जिनमें बारिश होगी। बता दें, गुजरात के निकटवर्ती(सीमा के पास के हिस्सों) में भी लहर का असर होगा। जिससे तापमान अगले 3 दिनों तक कंट्रोल रहेगा। हवा के पैटर्न में बदलाव से 14 और 15 अप्रैल को अहमदाबाद और उसके आसपास कुछ बादल छा सकते हैं। साथ ही हल्की बारिश भी हो सकती है।
बारिश के बाद लौटेगी गर्मी: उत्तर भारत से मौसम की गतिविधियां साफ होने के बाद हवा का पैटर्न फिर से बदल जाएगा। मुख्य रूप से ज़मीन से आने वाली हवाएँ सौराष्ट्र, कच्छ और उत्तरी गुजरात के अधिकांश हिस्सों में घुसपैठ करेंगी। राजधानी गांधीनगर और अहमदाबाद सहित कई स्थानों पर तापमान एक बार फिर 40 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर जाएगा। राज्य के कुछ हिस्सों में गर्मी की लहर लौटने की संभावना है। जिसमें सबसे अधिक खतरा उत्तर और मध्य गुजरात और सौराष्ट्र को होगा।
फोटो क्रेडिट: भास्कर