दिल्ली पिछले 10 दिनों से शुष्क बनी हुई है, कोई बारिश नहीं हुई है। सर्दियों में सबसे ज्यादा बारिश वाले महिने फरवरी की शुरुआत में ही सिर्फ बारिश हुई थी, जिससे पूरे महिने का कोटा पूरा हो गया था। हालाँकि, लंबे समय तक मौसम का शुष्क रहना थोड़ा असामान्य है। जब सप्ताह के बाकी दिनों में बारिश की संभावना नहीं होती है। हालांकि, जल्द ही ड्राई रन की जगह बादल छाऐंगे, जिनसे रुक-रुक कर और गरज के साथ बारिश होगी। यहां तक की बिजली चमकेगी और तेज-तेज हवाएं भी चलेंगी। इससे पारे के स्तर में उतार-चढ़ाव आएगा। जिससे सर्दी की स्थिति फिर से बहाल हो जाएगी, लेकिन स्थिति हल्की ही होगी।
पिछले एक सप्ताह से दिन का तापमान न्यूनतम बिसवां(टवेंटी) पर बना हुआ है। 10 फरवरी से न्यूनतम तापमान में 5.2°C से धीरे-धीरे बढ़ोत्तरी देखी गई है, जो आज सुबह दोगुनी होकर 9.6°C हो गया है। लेकिन, ये फरवरी महीने का सामान्य तापमान है। महीने के अंत तक औसत दिन का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ जाता है और न्यूनतम तापमान भी 13 से 19 के बीच निम्न स्तर तक बढ़ जाता है। इस महीने के आखिरी सप्ताह में भी तापमान में इसी तरह का उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
राष्ट्रीय राजधानी में शुष्क मौसम पश्चिमी विक्षोभ के 17 फरवरी को पश्चिमी हिमालय तक पहुँचने से बाधित होगा। यह मौसम प्रणाली मैदानी इलाकों पर एक सहायक चक्रवाती परिसंचरण से जुड़ जाएगी, जिसके संयुक्त प्रभाव से उत्तर भारत के पहाड़ों और मैदानी इलाकों में बारिश का दौर फिर से शुरू हो जाएगा। हालाँकि, दिल्ली मौसम गतिविधि के केंद्र से काफी दूर होगी, फिर भी 19 और 21 फरवरी 2024 के बीच बादलों की एक टोली राजधानी और आसपास के क्षेत्रों को घेर लेगी।
अगले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है, जो 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है। सतही हवाएँ ठंड को थोड़ा बढ़ाएंगी और तापमान में गिरावट का एहसास कराएंगी। ज्यादा खास बदलाव 18 फरवरी से दिखाई देगा, जब रात का तापमान अगले 5 दिनों यानी 21 फरवरी तक 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला जाएगा। 19 फरवरी के आसपास मौसम की गतिविधि शुरू होने से पहले, दिन का तापमान 20 के मध्य तक पहुंचने की उम्मीद है। इस सप्ताह के दौरान ही इस सीजन में पहली बार पारा का स्तर 25 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है। 22 फरवरी को मौसम की स्थिति में व्यापक बदलाव की संभावना है। हालाँकि, मौसम प्रणाली के कारण जैसा कि आमतौर पर होता है, तेज़ सतही हवाएँ और ठंडी हवाएँ महीने के आखिर तक चलती रहेंगी, जो सर्दियों की याद कराएंगी।
फोटो क्रेडिट: PTI