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[HINDI] देशभर में बढ़ती गर्मी के बीच घूमने का बेहतरीन ठिकाना है नैनीताल

Best Place to visit in Nainital

गर्मी की छुटि्टयां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में आप अपनी फैमिली के साथ किसी हिल स्टेशन की सैर कर सकते हैं। इन दिनों घूमने के लिए नैनीताल एक बेस्ट लोकेशन है। अगर आप रोज के शोर शराबे से परेशान हो चुके हैं और कुछ दिन के लिए इन सबसे दूर जाना चाहते हैं तो फिर नैनीताल आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। नैनीताल दोस्तों और फैमिली के साथ घूमने के लिए सबसे रोमाचंक जगह है। यहां हर साल दुनिया के हर कोने से काफी संख्या में टूरिस्ट आते हैं।

मौसम के लिहाज से नैनीताल :

अगर मौसम की स्थिति के हिसाब से देखें तो इस समय नैनीताल का अधिकतम तापमान 26-23 डिग्री से बीच में रहता है जबकि न्यूनतम तापमान 17-14 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। वहां न ज्यादा ठंड है और न ही ज्यादा गर्मी। बारिश की अगर बात करें तो मई महीने के आखिरी तक बारिश यहां बहुत कम होती है। दिन के समय थोड़ा धूप दिखने को मिलता है। जबकि शाम तक हल्की ठंडी का अनुभव होने लगता है। कुल मिलाकर अगर देखा जाये तो नैनीताल का मौसम इन दिनों सुहावना बना रहता है। नैनीताल में कुछ लोकेशन काफी ऊंचाई पर बसी हुई हैं, जहां जाने के बाद एक अलग ही अनुभव आपको होगा।

अगर आप गर्मी में नैनीताल जा रहे हैं तो एक जोड़ी गर्म कपड़े जरूर रख लें। यहां हल्की सी बारिश हाने पर भी गर्मी के महीनों में जनवरी की तरह ठंड शुरू हो जाती है।गर्म कपड़े लेकर नहीं जाएंगे तो यहां की मशहूर भोटिया मार्केट में जेब ढीली करने का मौका जरूर मिल जाएगा।

नैनीताल तीन ओर से घने पेड़ों की छाया में ऊंचे-ऊंचे पर्वतों के बीच समुद्रतल से 1938 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। यहां के ताल की लंबाई करीब 1358 मीटर और चौड़ाई करीब 458 मी‍टर है। ताल की गहराई 15 से 156 मीटर तक आंकी गई है, हालांकि इसकी सही-सही जानकारी अब तक किसी को नहीं है।

Image Credit- Patrika

ताल का पानी बेहद साफ है और इसमें तीनों ओर के पहाड़ों और पेड़ों की परछाई साफ दिखती है। यहां तक कि आसमान में छाए बादलों को भी ताल के पानी में साफ देखा जा सकता है। रात में नैनीताल के पहाड़ों पर बने मकानों की रोशनी ताल को भी ऐसे रोशन कर देती है, जैसे ताल के अंदर हजारों बल्ब जल रहे हों।

नैनीताल में सैर-सपाटे की जगहें

तल्लीताल और मल्लीताल :

नैनीताल का मल्ला भाग (ऊपरी हिस्सा) मल्लीताल और नीचला भाग तल्लीताल कहलाता है। मल्लीताल में एक खुला मैदान है और यहां पर खेल तमाशे होते रहते हैं। यहां पर शाम होते ही सैलानी इकट्ठे हो जाते है। इसके अलावा यहां पर नैयना देवी मंदिर भी है। मल्लीताल से तल्लीताल को जोड़ने वाली सड़क को माल रोड कहा जाता है। माल रोड पर जगह-जगह लोगों के बैठने और आराम करने के लिए लिए बेंच लगे हुए हैं।

चाइना पीक या नैनापीक :

नैनीताल की सात चोटियों में से 2611 मीटर ऊंची चाइना पीक सबसे ऊंची चोटी है। चाइना पीक की दूरी नैनीताल से लगभग 6 किलोमीटर है। इस चोटी से आप हिमालय की ऊंची-ऊंची चोटियों के भी दर्शन होते हैं। यहां से नैनीताल झील और शहर के भी भव्य दर्शन होते हैं।इन सब के अलावा यहां एक रेस्तरां भी है।

नैनी झील :

नैनीताल के दिल में बसी है खूबसूरत नैनी झील। नैनी झील में आसपास के सारे पहाड़ों का रिफ्लेक्शन पड़ता है जिससे इसका पानी बिल्कुल हरा दिखता है और यह दृश्य काफी मनोरम लगता है। इस झील में आप बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं, इससे आप झील की खूबसूरती को बेहद करीब से महसूस कर पाएंगे।

राजभवन :

हमारे देश में कुछ ही गर्वनर हाउस हैं जो आम जनता के लिए खुले हैं, ये भी उनमें से एक है। 220 एकड़ में फैला ये राज भवन देखने में बेहद खूबसूरत और भव्य है। इंग्लैंड के बकिंघम पैलेस की तर्ज पर बने इस राजभवन का निर्माण अंग्रेजों ने उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के गवर्नर के रहने के लिए किया था।अब यहां उत्तराखंड के राज्यपाल का निवास है और राज्य के अतिथि‍ भी यहां आकर ठहरते हैं।दो मंजिला इमारत में 113 कमरे हैं। साथ ही यहां शानदार गार्डन, गोल्फ लिंक, स्वीमिंग पुल, झंडीदार मोदी हाइट्स, मुंशी हाइट्स जैसी जगहें देखने योग्य हैं।

सनसेट का खूबसूरत नजारा

नैनीताल के मुक्तेशवर मंदिर से सनसेट का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। आप यहां शिवलिंग का दर्शन करने के बाद बाहर सनसेट का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं। ज्यादातर लोग इस नजारे को अपने कैमरे में कैद कर लेते हैं ताकि एक खूबसूरत याद के तौर पर हमेशा इसे अपने साथ रख सकें ।

इसके अलावा आप भीमताल लेक,हाई एल्टीट्यूड जू, इको केव गार्ड्ंस, मुक्तेश्वर टेम्पल, टिफिन टॉप, नीम करोली बाबा आश्रम, लेंड्स एंड, हनुमान गढ़ी भी घूम सकते हैं।

Image Credit - Aaj Tak

ऐसे पहुंच सकते हैं नैनीताल

हवाई मार्ग - वैसे तो नैनीताल में हवाई सेवाएं नहीं है। लेकिन अगर आप हवाई मार्ग से नैनीताल जाना चाहते हैं तो यहां का नजदीकी पंतनगर एयरपोर्ट करीब 55 किमी दूर है। वहां से आप टैक्सी से जा सकते हैं।

रेल मार्ग - हवाई सेवाएं की तरह ही नैनीताल में रेल सेवाएं भी उपलब्ध नहीं है।हालांकि, यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन यहां से सिर्फ 34 किमी दूर काठगोदाम में है। वैसे तो काठगोदाम से नैनीताल के लिए राज्य परिवहन की गाड़ियां दिन में हर समय उपलब्ध रहती हैं।इसके अलावा यहां से आप शेयर टैक्सी या बुक कर सकते हैं। जो कि यहां रेलवे स्टेशन के बाहर ही मिल जाती हैं।

सड़क मार्ग - एनएच 87 नैनीताल को पूरे देश से जोड़ता है। दिल्ली से अगर नैनीताल की दूरी की बात करें तो यह 320 किमी है। यह सफर आप लगभग 7 से 8 घंटे में तय कर सकते हैं।

नैनीताल जा रहे हैं तो याद रखें कि यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना सख्त मना है।यहां गाड़ी में एफएम या म्यूजिक चलाना भी मना है। इसके अलावा यहां चप्पल पहनकर ड्राइविंग करने पर भी चालान हो सकता है। गाड़ी में फर्स्ट एड बॉक्स होना बेहद जरूरी है और मालरोड पर पार्किंग की मनाही है। यही नहीं मालरोड पर गाड़ी ले जाना चाहते हैं तो दिन के अलग-अलग समय में अलग-अलग टैक्स चुकाना पड़ेगा।

यहां आकर प्रकृति की मोहकता का अनुभव किया जा सकता है। व्यस्त जीवनशैली से रिलैक्स होने के लिए यह बढ़िया जगह है। माथेरान की प्राकृतिक सुंदरता इतनी है कि बस आंखें नहीं हटती।अगर आप इस गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यह जगह बेस्ट होगा।

Image credit: Mithila Tourism

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Storm Kenneth kills 3 in Mozambique, more destruction ahead

Storm KennethMozambique continues to suffer as another storm Kenneth has throttled the region once again. Only five weeks before storm Idai had caused massive damage over the nation. The nation had not forgotten and gotten over after Idai that Kenneth rampaged the nation once again.

Usually, Mozambique sees only one storm in 9 years, and that too a Category 1 storm. Storm Idai was a Cat 4.

Cyclone Kenneth throttled the northern parts of Mozambique with winds of 220 kmph and also claimed three lives in Comoros.

Mozambique is still recovering from Idai, which killed at least 1,000 people across southeastern portion of Africa.

As per the National Institute of Disaster Management (INGC) over 30,000 people have been evacuated and they had supplies for helping at least 1.5 lakh for around 15 days or so.

Heavy rains have been forecast over the region with at least 600 mm of rainfall which is double the amount as compared to what Idai brought with it.

Kenneth is likely to trigger waves on the shares of Northeast Mozambique as high as five metres.

Waves as high as six metres have been seen in some areas while small houses have also fallen down. This is the first time ever that two cyclones have hit Mozambique in just a season.

Kenneth may hit a region of Mozambique wherein people have not seen such storms. Over 6.5 lakh people are at risk with the possibility of several rivers bursting their banks.

People in coastal parts of Tanzania, have also been asked to evacuate. The last time Mozambique saw a very intense storm was in the year 2000 and was named Leon-Eline. It was the most severe storm and travelled in the Indian Ocean for almost a month, i.e. 29 days and covered 11000 km. It had formed on February 1 and struck on Feb 29. It was the deadliest storm Mozambique has ever seen.

Image Credit: iol.co.za

[Hindi] बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन, जल्द लेगा तूफान फ़ानी का रूप

बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी भागों और भूमध्य रेखा के पास हिन्द महासागर में हलचल बढ़ती जा रही है। जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था, अगले 48 घंटों में खाड़ी में चक्रवाती तूफान विकसित होने की संभावना प्रबल होती जा रही है। खाड़ी में उठ रहा यह सिस्टम इस समय डिप्रेशन की क्षमता में है और अगले 12 घंटों में डीप डिप्रेशन बन जाएगा। वर्तमान समय में यह श्रीलंका की राजधानी कोलंबो से 1100 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में जबकि चेन्नई से 1490 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में है।

स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञ इसके आगे बढ़ने और इसके प्रभावी होने पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं। मौसम विशेषज्ञों का निष्कर्ष है कि 27 अप्रैल की शाम या 28 अप्रैल की सुबह तक यह चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में यानि श्रीलंका और तमिलनाडु के काफी करीब पहुँच जाएगा।

Also read this in English: DEPRESSION FORMS IN BAY, CYCLONE FANI EXPECTED SHORTLY

हालांकि भारतीयों के लिए राहत की बात यह है कि अब तक जो संकेत मिल रहे हैं उसके अनुसार यह सिस्टम शुरूआती उत्तर पश्चिमी दिशा के बाद अपनी दिशा में बदलाव करेगा और बांग्लादेश तथा म्यांमार की तरफ निकल जाएगा। इसके भीषण चक्रवात बनने और भारत के पूर्वी तटीय भागों को सीधे तौर पर प्रभावित करने की आशंका फिलहाल नहीं है।

लेकिन इतना स्पष्ट हो चुका है कि चेन्नई सहित तमिलनाडु के तटीय भागों के साथ-साथ तटीय आंध्र प्रदेश, ओड़ीशा के तटवर्ती इलाकों और पश्चिम बंगाल के गगनीय क्षेत्रों में इसके कारण कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिलेगी। हालांकि तूफानी हवाएं चलने या भीषण बारिश होने की आशंका इन भागों में नहीं है।

मौसम विशेषज्ञ इस बात पर एकमत हैं कि इसके बांग्लादेश और म्यांमार की तरफ जाने की संभावना अधिक है, लेकिन दिशा के बारे में अभी शत-प्रतिशत निश्चित नहीं कहा जा सकता। इस बीच इस सिस्टम की लंबी समुद्री यात्रा, विंड शीयर के नीचे होने, लोअर लैटीट्यूड के पास होने और अनुकूल तापमान यानी समुद्र की सतह का तापमान 30 से 31 डिग्री के आसपास होने के कारण चक्रवाती तूफान बनना तय है।

Image credit:  Krishi Jagran

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Tawang: Natural marvels to Man-Made wonders

 

Travel to Tawang

Tawang is a town in the Indian state of Arunachal Pradesh, situated at an elevation of approximately 8,757 feet above the sea level.

A visit to Tawang requires an inner line permit for the Indian nationals and a protected area permit for the foreign tourists. These permits can be well arranged from the office of the Deputy Resident Commissioner of Arunachal Pradesh.

The town’s overwhelming scenic beauty peppered with snow-crowned Himalayan peaks, entrancing alpine lakes and captivating waterfalls, truly make it an idyllic hideout for those passionate nature lovers and adventure seekers who are always in lookout for destinations less explored and roads less travelled.

When is the best time to visit Tawang:

Summers (April to June) - 5°C - 21°C

If you are a summer loving traveller and prefer to carry less clothes, then summer is the perfect time to visit Tawang. With temperature ranging from 5°c - 21°c, it makes an ideal summer vacation for family, honeymooners and even for solo travellers.

Monsoons (July to September) - 18°C - 29°C

Monsoon has a cooling weather and a perfect season to cuddle up and gaze at the beautiful wonders outside. After a hot summer season, it is a must to cool down, that’s when monsoon plays its part. Sometimes this season experiences sudden change in the weather and it is constant, you may see dark clouds in one moment and sunny sky soon after.

Winters (Oct to March) - minus 11°C - 12°C

Certainly not an ideal time as the weather is uncomfortable and it is way too cold. The minimum temperature fluctuates between minus 11°C to 12°c and it remains quite chilly, though refreshing.

Best things to visit in Tawang:

1. Taktsang Gompa – Meditate Here

One of the best things to do in Tawang which is the land of Dalai Lama is to meditate in the famous monastery of Taktsang Gompa.

2. Gorichen Peak – Go Hiking
Perched at an altitude of 22,500 feet, Gorichen Peak is the highest peak in Arunachal Pradesh and third highest in the Northeast. This trekking track is blessed with an ideal atmosphere and a landscape to challenge the adventurer in you.

3. Sela Pass – Traverse Through This Beauty
The Sela Pass is the only road that connects Tawang with other parts of India. This pass is counted amongst the high-altitude motorable passes in the world.

4. Nuranang Waterfalls – Witness Nature’s Magic

Being one of the most stunning waterfalls in Arunachal Pradesh, Nuranang Waterfalls is a milky white waterfall that feels just like a dream.

Tawang is the cultural epicenter of Arunachal Pradesh. The best time to plan a holiday will be during the festival season.

Image Credit: Greener Pastures

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Dharamshala, the town with a Tibetan touch and when to visit

This hilly town is a traveller’s paradise and home to the Tibetan leader, ‘Dalai Lama’.

A launchpad for major treks around Himachal Pradesh, Dharamshala is a prefect getaway for people looking for adventure or those seeking peace and religion.

In fact Dharamshala is more of a launchpad to other locations such as McLeod Ganj that the place is actually known for rather than having much for tourists except for some basic amenities such as schools and hospitals. Here you can also find a few tea gardens.

The upper Dharamshala or McLeod Ganj is home to the Tibetan community in exile. The nearby towns of Dharamkot and Bhagsu are always bustling with tourists.

Here’s a short insight on the weather of Dharamshala and what can be the best time to pay a visit-

Summer (April to June)

The temperature in Summers ranges between 20 and 35 degrees Celsius. The weather remains pleasant throughout and hence it is an excellent time to enjoy sightseeing and trek in the Himalayas. This is the time when flowers are in full bloom, and conifers and pines are at their greenest, so the travel track to Dharmshala is next to divine. This is the best time for any kind of adventure activity, be it paragliding, water rafting, trekking or mountaineering.

Monsoon (July to September)

Dharamshala receives heavy rainfall from July to August and the temperature settles betqeen 18 to 22 degrees Celsius. If you are planning to visit around this time, then be prepared for unwanted delays, roadblocks due to landslides. Popular trekking routes are also shut due to heavy downpour.

Winter (September to February)

As Dharamshala is located in the hills the weather becomes quite cold during winters. The average day temperature in winter settles between 4 to 7 degrees Celsius. Snowfall begins by the end of December and continues until February. This is when the place witnesses sub-zero temperatures and places like McLeodganj and Triund emerge their best.

Things to do and Places to visit in Dharamshala

Multiple places in and around Dharamshala demand a visit when on a trip to either escape the summer heat or to enjoy the snow. Loose yourself in the Bhagsu Lake, Bhagsunag Falls, Dal Lake, St. John Church, Library of the Tibetan works and archives or pay a tribute to martyrs at the War Memorial.

Trek to the famous Triund or the Indraprahar Pass. Eat at some very exquisite cafes- find Chinese food at affordable prices.

Meet the Tibetan leader and forget yourself in the peaceful unity.

Go watching the IPL match at the majestically beautiful Dharamshala Cricket Stadium. Or be the part of the quintessential Dharamshala International Film Festival (famously called DIFF).

Image Credits – TravelTriangle 

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Spring Floods in Canada cause state of emergency in Ottawa, more rains during weekend

Canada Floods

A state of emergency has been declared in Canada’s Ottawa by the mayor all because of the heavy rains and ever-increasing flood waters.

While homes have not been evacuated yet, authorities believe that waters along the Ottawa River may rise even above levels of that seen in 2017 which was the worst flooding in East Canada in at least five decades.

Not only this, in Quebec, an hydroelectric dam on the Rouge River overflowed, resulting in an emergency evacuation of some 50 homes.

Due to its risk of breaking the banks, an alert was sounded for communities downriver. The Rouge River feeds into the eastern side of Ottawa River.

A special weather statement has been issued by Environment Canada which forecasts about 35 mm of rainfall by Saturday morning. Combined with the melted snow which feeds the river, waters are all set to rise by 11 cm above peak levels seen in May 2017.

Montreal is expected to see 30-50 mm of rainfall wherein rains will begin over Southern Quebec and spread towards the east.

Along with authorities, armed forces have also been asked to join in and help fill sandbags. As per the mayor, it was not possible for them to do it alone due to which the troops were called in.

Along with the capital Ottawa, suburban areas are also at risk which include the regions of Britannia, Cumberland, as well as Constance Bay.

Unusual Spring snow lashes Spain, Paris all set to see rains in the weekend

Spring snow in SpainWhile England has been basking in sun’s glory, Spain has been hit by an unusual round of spring snow leaving residents in shock. In a rare snowfall event, an unexpected cold front did bring snowfall to many parts of the Spanish nation.

Temperatures had previously been on the warmer side but the cold front not only reduced temperatures but also caused snowfall over the regions. Heavy rains were seen over the nation in the middle of the week.

Moreover, there was a significant difference in the weather of Western as well as Eastern Europe. Granada has already seen some snowfall, and yellow warnings are in place for some parts of Spain until the weekend while the rest will see relief from the prevailing weather conditions.

The weather will remain cool, unsettled and breezy with more spells of weather fronts moving off the Atlantic in the days to come.

Therefore, London will continue to witness unsettled weather and may settle down to just about 12 degrees Celsius by the weekend. On the other hand, Rome may see some sunshine during the same time frame.

Meanwhile, The Notre Dame Cathedral which lost its spire and a large part of the roof in fire last week is susceptible to more damage due to the forecast of heavy rains in Paris during the coming weekend.

Image Credit: Sierra Nevada Ski Resort

Depression forms in Bay, Cyclone Fani expected shortly

Haryana rains

The well marked low pressure area has further intensified into depression over Southeast Bay of Bengal and adjoining Equatorial Bay of Bengal. The system is presently centered over latitude 2.7°N and longitude 89.7°E, about 1100 km of Colombo, Sri Lanka and 1490 km of Chennai.

The system is most likely to continue to track west-northwest and gain latitude. According to weathermen, there is long sea travel left for the depression ahead along with warm sea surface temperatures in the range of 30°C to 31°C and low vertical wind shear. All these conditions are sign of further strengthening of the system.

 

In fact, convective cloud bands are wrapping around compact circulation. This indicates that system would induce a deep depression shortly.

According to Skymet Weather, we can expect depression to form into a tropical storm Fani either by evening of April 27 or the morning of April 28. As reiterated, by this time, the likely cyclonic storm would have reached Southwest Bay of Bengal. It would then start moving in northwest direction.

Although there is consensus among the weather models over the formation of Fani, but they are varying on timing, intensity and track. Possibilities are there that the system is most likely to re-curve towards Bangladesh and avoid hitting Tamil Nadu, but even in that case it would skirt the East Coast of India. Beginning right from Tamil Nadu to West Bengal, Fani would bring light to moderate rains and thundershowers.

Chennai would also stands a chance to see some intense showers during this time.

Image Credit:en.wikipedia.org

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Climate Change: Arctic warming to burden world economy by $70 Trillion

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According to a recent study, published in Nature Communications, “The climate change and rapid melting of Arctic permafrost would be highly costly for all of us. It has been speculated that it will costs $70 trillion, globally."

Environmentalists have explained the reason behind the loss. As a result of global warming, earth’s temperature increases due to which more and more carbon is released in the atmosphere, thereby increasing the loss of Arctic permafrost.

The study further revealed that even if we work on the lines of proposals laid down by the Paris Agreement, which states, to maintain the rise in global temperatures within 1.5℃, this century, there would still be some cost, however much lower than what has been anticipated.

“The thawing permafrost in Alaskan lakes has been releasing 12 times more nitrous oxide than what we had previously calculated. Nitrous oxide is one of the global warming gases, nearly 300 times potential in consuming heat than CO2, dissolving the ozone layer at a faster rate”, the study stated.

Also read: THESE CREATURES ARE GOING EXTINCT AND THE REASON IS CLIMATE CHANGE

The co-author of the study Kevin Schaefer said, “ With climate change, we are conducting a high-risk experiment where we don’t know what will come our way. However, the most important thing to keep in mind is higher the warming, higher the cost to the society and thus stronger the feedbacks. We are already experiencing deadly impacts and high cost of the climate change.”

At present, only permafrost and albedo loss are the two feedbacks, with the help of which we can estimate the cost.

Image Credits – TECH2 NEWS STAFF

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[HINDI] आईपीएल 2019 : चेन्नई बनाम मुंबई, जानिये मैच के दौरान कैसा रहेगा चेन्नई का मौसम

IPL 2019 ; Match 44 : Mumbai Indians(MI) vs Chennai Super Kings(CSK)

आईपीएल के 12वें सीज़न का 44 वां मैच आज यानि शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच रात 08:00 बजे से खेला जायेगा। यह मैच चेन्नई के एम ए चिदंबरम स्टेडियम में खेला जायेगा।

चेन्नई भले ही प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए जरूरी 16 अंक के साथ कट ऑफ तक पहुंच गई हो। लेकिन वह शुक्रवार को मुंबई के खिलाफ होने वाले आईपीएल मैच में जीत के जरिए शीर्ष पर अपना स्थान मजबूत करना चाहेगी।

चेन्नई के मौसम का हाल

स्काईमेट के अनुसार आज चेन्नई में मौसम उमस भरा रहेगा। बारिश की उम्मीद बिलकुल नहीं है। जिस समय मैच खेला जाएगा उस दौरान तापमान 30 से 29 डिग्री के बीच रह सकता है। अगर उमस के स्तर की बात करें तो यह 80-90 प्रतिशत के आसपास बना रहेगा जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों को पसीने वाली गर्मी परेशान कर सकती है।
इन सब के अलावा इस समय खाड़ी में एक चक्रवात चल रहा है, लेकिन तमिलनाडु राज्य को प्रभावित करने के लिहाज से अभी यह बहुत दूर है।

Also Read In English: IPL 2019: CHENNAI TO BE HUMID AS CSK LOCK HORNS WITH MI

आईपीएल के आंकड़ों पर एक नजर

दोनों टीमों यानी चेन्नई और मुंबई (MI vs CSK) के बीच IPL में कुल 26 मैच खेले गए हैं। जिसमें मुंबई इंडियंस को 15 में जीत मिली है।वहीं चेन्नई सुपर किंग्स 12 मैचों में अजेय रही है। अगर अंक तालिका के हिसाब से बात करें तो अभी तक खेले गए 11 में से 8 मैच जीतकर चेन्नई टॉप पर हैं। वहीं मुंबई 10 मैचों से 6 जीत के साथ तीसरे स्थान पर है।

दोनों टीमों के पास ये बड़े खिलाड़ी

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अलावा सुरेश रैना, शेन वाटसन, अंबाती रायडू जैसे खिलाड़ी हैं। वहीं ड्वेन ब्रावो, रवींद्र जडेजा, हरभजन सिंह और इमरान ताहिर जैसे गेंदबाज मौजूद हैं। तो दूसरी ओर मुंबई की टीम में भी रोहित शर्मा, कायरन पोलार्ड, युवराज सिंह, सूर्यकुमार यादव जैसे तूफानी बल्‍लेबाजों के साथ जसप्रीत बुमराह, लसित मलिंगा जैसे गेंदबाज मौजूद हैं।

बता दें कि, चेन्नई इस सीजन में घरेलू मैदान में पिछले पांच मैचों से जीत हासिल की है। अब देखना होगा की क्या चेन्नई की टीम अपने होम ग्राउंड में जीत का सिक्सर लगा पाती है या नहीं ?

बात पिछले मैच की

कल कोलकाता और राजस्थान के बीच खेले गए मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने घर में ही 3 विकेट से हार गई। यह इस लीग में कोलकाता की लगातार छठी हार है।इस मैच में मुश्किलों से वापसी करते हुए कोलकाता की टीम ने मेहमान टीम के सामने 176 रनों की चुनौती रखी थी। एक वक्त जीत से दूर दिख रही रॉयल्स की टीम ने 4 बॉल शेष रहते हुए ही यह टारगेट हासिल कर लिया।

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IPL 2019: Chennai to be humid as CSK lock horns with MI

CSK v MIThe Indian Premier League continues to be a crackling deal and all you can see is how teams have been prepping themselves to bring in their A game forward. Tonight, Chennai Super Kings and the Mumbai Indians will lock horns at the M. A. Chidambaram Stadium in Chennai at 8:00 PM.

Weather wise, humid weather in Chennai is expected. No rain is likely tonight. There is a Cyclone brewing in the bay but as of now it's too far away to affect the state of Tamil Nadu. Temperatures in Chennai will settle between 29 and 30°C. Humidity will be between 80 and 90 percent which may cause discomfort to the players.

Team wise, Chennai Super Kings even now continues to sit comfortably at the top with just three losses out of the 11 games played. Meanwhile, Mumbai has lost four matches out of the ten played by them.

It will be interesting to see if the Dhoni charm works again and whether he once again plays his master stroke or will Rohit Sharma finally be able to outshine him.

Talking about yesterday’s game, Rajasthan Royals won against the Kolkata Knight Riders quite comfortably with four balls left in hand sending KKR to the sixth spot and RCB to the bottom again.

Image Credit: DNA

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Heat wave to become widespread across the country due to soaring temperatures

With Western Disturbances clearing up and no major weather system brewing up anywhere else in India, the condition is perfect for summers to take over the entire Indian mainland.

Moreover, the Cyclone in the Bay of Bengal is suppressing any activity in East India. The entire country- except for Northeast India- is not experiencing any major weather related activity at present, which is leading to continuous heat build up across the country. Parts of Vidarbha, Marathwada, Maharashtra, Uttar Pradesh, Delhi, Rajasthan, Gujarat, Odisha and Telangana are already experiencing heat wave conditions. This situation is going to prevail in the country for next 2-3 days as there isn't any weather system building up

Yesterday, Khargone in Madhya Pradesh recorded a whopping 46.5°C. Read to find more-  

Places like Khargone, Chandrapur, Akola, Wardha, Yeotmal, Amravati, Agra, Jhansi, Gwalior, Delhi, Banda and Parbhani have crossed the 40 degrees mark.

Image Credits – Antena Zadar 

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