देश में बनने वाले मॉनसून सिस्टमों का सबसे अधिक प्रभाव अभी भी मध्य भारत पर देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी भागों के अलावा उत्तरी छत्तीसगढ़ और दक्षिणी गुजरात में कई स्थानों पर बारिश होगी। कुछ शहरों में भारी वर्षा की भी उम्मीद है। दूसरी ओर दक्षिण-पूर्वी राजस्थान समेत मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बाकी शहरों और विदर्भ पर भी बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर रुक-रुक कर बारिश देखने को मिलेगी। लेकिन पुणे, नाशिक, कोल्हापुर, सतारा, रत्नागिरी, महाबलेश्वर, सहित कोंकण गोवा, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में बारिश में कमी आएगी। इन क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश के आसार हैं।
मुंबई और ठाणे में थोड़े समय के लिए हल्की वर्षा हो सकती। तेज़ बारिश की surprise visit की भी संभावना रहेगी। पूर्वी भारत में भी मॉनसून का उग्र रूप दिखाई दे रहा है। 27 सितंबर को भी बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई शहरों में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिल सकती है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के शहरों में अच्छी बारिश कुछ स्थानों पर जारी रहने के आसार हैं। यानि पटना, गया, रांची, डाल्टनगंज, वाराणसी, मिर्ज़ापुर और आसपास के शहरों में अच्छी वर्षा के चान्स हैं।
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पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में मॉनसून बहुत व्यापक नहीं होगा। हल्की बारिश की ही उम्मीद अरुणाचल प्रदेश से लेकर नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम तक है। दक्षिण भारत में तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर अच्छी बौछारें गिर सकती हैं। दूसरी ओर कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और रायसलीमा में बारिश कम हो जाएगी। लेकिन इन राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश बनी रहेगी।
उत्तर भारत में आमतौर पर दशहरा आने से पहले हवाएँ पश्चिम से चलने लगती हैं। दशहरा 12 दिन बाद है लेकिन इस बार उस समय तक भी हवाओं में बदलाव की संभावना प्रबल नहीं है।
इस बीच पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और जम्मू कश्मीर में भी हवा नम होगी। कहीं-कहीं बारिश भी देखने को मिल सकती है। लद्दाख में मौसम सूखा लेकिन सुहावना बना रहेगा
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