22 सितम्बर का मौसम पूर्वानुमान: निम्न दवाब का क्षेत्र हुआ अधिक प्रभावी, देगा गुजरात में भारी बारिश और तेज़ हवाएँ

September 21, 2019 7:08 PM | Skymet Weather Team

उत्तर-पूर्वी अरब सागर तथा उससे सटे गुजरात तट के दक्षिणी भागों पर निम्न दवाब का क्षेत्र बना हुआ है जो कि अब और अधिक चिन्हित हो गया है। अगले 24 घंटों के दौरान यह सिस्टम डिप्रेशन का रूप ले सकता है। एक अन्य चकरवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिमी मध्य प्रदेश के भागों पर बना हुआ है जो कि 3.1 किमी दूर तक फैला हुआ है।

गुजरात के तटीय तथा पूर्वी हिस्सों में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां देखी जा सकती है। जबकि इस दौरान राज्य के पश्चिमी भागों में कुछ स्थानों पर तेज हवाएँ चलने की संभावना है।
मध्य प्रदेश, विदर्भ और दक्षिणी छत्तीसगढ़ के हिस्सों में मध्यम बारिश जारी रहेगी। इसके अलावा, कोंकण सहित मध्य महाराष्ट्र में भी अलग-अलग स्थानों पर हल्की से काफी हल्की बारिश देखने को मिल सकती है।

दक्षिण भारत की बात करें तो, पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के उत्तर-पश्चिमी दिशा की ओर बढ्ने की संभावना है। इसके अलावा, विंड शियर जोन भी अब सामान्य हो गया है।
इस सिस्टम के कारण, तटीय आंध्र प्रदेश तथा तमिलनाडु व तेलंगाना के उत्तरी भागों में उत्तरी भागों में ज़्यादातर हिस्सों में मध्यम बारिश की संभावना है।

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दक्षिणी प्रायद्वीप के बाकी हिस्सों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश जारी रहेगी। पूर्वी व पोर्वोत्तर भारत की बात करें तो, असम के पूर्वी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। साथ ही, दक्षिणी दिशा से उमस भरी हवाएँ भी इस क्षेत्र में चल रही है। असम के ज़्यादातर हिस्से सहित मेघालय और त्रिपुरा में मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। जबकि, पूर्वोत्तर राज्यों के बाकी बचे भागों में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है।

पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तरी पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश की उम्मीद है। पश्चिम बंगाल के दक्षिणी भागों में खासकर कोलकाता, बांकुरा, पुरुलिया और मिदनापोर सहित झारखंड तथा उत्तरी ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है।

अंत में, उत्तर भारत की बात करें तो एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य जम्मू और कश्मीर की ओर आगे बढ़ रहा है और 3.1 से 4.5 किमी के बीच एक ऊपरी वायु ट्रफ रेखा गुजरात से पूर्वी राजस्थान से लेकर उत्तरी हरियाणा तक फैली हुई है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती है। इसके अलावा, पूर्वी हरियाणा, दिल्ली और उससे सटे राजस्थान सहित दक्षिणी जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की उम्मीद है।

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