अरब सागर पर बना भीषण चक्रवाती तूफान महा अब दिशा बदल चुका है। गुजरात का रुख करेगा। इसका प्रभाव गुजरात के तटीय भागों में मध्यम हवाओं और हल्की बारिश के रूप में 5 नवंबर से ही दिखाई देने लगेगा। साथ ही गुजरात के तटों के पास समुद्र में हलचल बढ़ जाएगी। ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। दूसरी ओर दक्षिणी कोंकण और दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र में भी हल्की से मध्यम बारिश शुरू होने के आसार हैं। लेकिन मध्य प्रदेश, राजस्थान महाराष्ट्र के बाकी भागों में मौसम शुष्क रहेगा।
दक्षिणी में चलें तो, पहले बात अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह की करेंगे। जहां इस समय बारिश की अच्छी संभावना है। यहाँ बने निम्न दबाव के चलते उत्तरी अंडमान में तेज़ वर्षा हो सकती है। इधर पूर्वी तटों पर आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक मौसम शुष्क रहेगा। लेकिन पश्चिमी भागों में यानि कर्नाटक और केरल में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
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उत्तर भारत अभी जम्मू कश्मीर के पास से एक पश्चिमी विक्षोभ आगे निकला है। इसके बाद ही दिल्ली और एनसीआर में उत्तर-पश्चिमी हवाएँ पहुंची हैं और प्रदूषण से बड़ी राहत सोमवार की दोपहर के बाद मिली है। इस बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास आने वाला है। इसके चलते 5 नवंबर को जम्मू कश्मीर क्षेत्र और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश का दौर शुरू हो सकता है। जम्मू और कश्मीर के ऊपरी इलाकों में हल्की बर्फबारी भी संभव है। मैदानी भागों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली एनसीआर में मौसम शुष्क ही बना रहेगा। इन भागों में मध्यम उत्तर पश्चिमी हवाएँ चलने की संभावना है। इससे दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण से राहत रहेगी।
इस बीच पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बांग्लादेश पर पहले की तरह ही बना हुआ है। इसके चलते असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के कुछ भागों में हल्की बारिश की उम्मीद है। पूर्वी भारत के राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
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