उत्तर भारत के पहाड़ों पर नवंबर का तीसरा snowfall स्पैल 21 नवंबर से शुरू होगा। इस समय यहाँ पहुंचे पश्चिमी विक्षोभ और पाकिस्तान पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के प्रभाव जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख में मध्यम से भारी बारिश और बर्फबारी की संभावना है। उत्तराखंड में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा या हिमपात के आसार। लेकिन मैदानी इलाकों में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बहुत कुछ नहीं बदलेगा। बदलाव बारिश के संदर्भ में नहीं होगा। दिल्ली में बदलाव होगा प्रदूषण के संदर्भ में। क्योंकि जैसे WD पहाड़ों पर आता है उत्तर-पश्चिमी हवाएँ रफ़्तार पर दिल्ली सहित मैदानी इलाकों में ब्रेक लग जाती है। परिणाम बढ़ते प्रदूषण के रूप में दिखाई देता है।
दक्षिण भारत में पिछले दो दिनों से जारी अच्छी बारिश में फिलहाल कमी आने की आशंका है। कमी आंतरिक हिस्सों में आएगी। जबकि बंगाल की खाड़ी में बनी ट्रफ के कारण चेन्नई सहित दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश और तटीय तमिलनाडु में अच्छी बारिश जारी रहने की संभावना है। तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों, केरल, कर्नाटक के तटीय और दक्षिणी भागों के साथ रायलसीमा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। आपको बता दें कि 1 अक्तूबर से 20 नवंबर के बीच चेन्नई में 42% कम और तमिलनाडु में 8% कम बारिश हुई है। जबकि तमिलनाडु में ही उत्तर-पूर्वी मॉनसून सबसे ज़्यादा बारिश देता है।
Click the image below to see the live lightning and thunderstorm across India
मध्य भारत में दक्षिणी कोंकण और दक्षिणी मध्य महाराष्ट्र में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र पर ऊंचाई वाले बादल छाए रहेंगे। लेकिन यह बारिश देने वाले बादल नहीं हैं। बल्कि पूर्वी मध्य प्रदेश पर बने एंटी-साइक्लोनिक सर्कुलेशन के चलते इन भागों में शुष्क हवाएँ चलती रहेंगी, जिससे मौसम शुष्क बना रहेगा।
पूर्वी भारत में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर बिहार और पूर्वी ओडिशा तक कुछ हिस्सों में हल्का कोहरा और धुंध दिखाई दे सकती है। सुबह मौसम भी ठंडा रहेगा। पूर्वोत्तर राज्यों में अधिकांश जगहों पर मौसम शुष्क रहेगा। जबकि एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश एक संभावना है।
Any information taken from here should be credited to skymetweather.com