आइए देश के दक्षिणी भागों से शुरुआत करें तो यहाँ दो चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र बने हैं एक दक्षिणपूर्व अरब सागर पर और दूसरा बंगाल के दक्षिणपश्चिम खाड़ी पर, एक निम्न दबाव का क्षेत्र ४-5 अक्टूबर के आसपास बनेगा जिससे विशेष रूप से केरल और तमिलनाडु में 5 और 6 अक्टूबर तक बारिश में काफी वृद्धि होगी। अगले २४ घंटों में केरल के कई हिस्सों और तटीय कर्नाटक के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के आंतरिक भागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
हालांकि, बारिश की तीव्रता तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कमी होगी लेकिन अच्छी वर्षा की संभावना है। जबकि, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक पर पृथक हल्की बारिश की उम्मीद की जा सकती है।
देश के मध्य भाग की ओर जाएँ तो महाराष्ट्र तट से दक्षिण पूर्व अरब सागर तक एक तरफ रेखा जा रही है। इससे मध्य महाराष्ट्र में बारिश में मामूली वृद्धि होगी जिससे पुणे और नासिक जैसे स्थानों में भी बारिश हो सकती है। मराठवाड़ा, विदर्भ और दक्षिण छत्तीसगढ़ जैसे स्थानों में बारिश होगी। गुजरात, दक्षिण राजस्थान और मध्य प्रदेश का मौसम 40 डिग्री सेल्सियस पार कर सकता है।
उत्तरी भारत की बात करें तो एक पश्चिमी विक्षोभ अब उत्तरी पाकिस्तान पर बना है इससे प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है। इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तरी पंजाब में बारिश की संभावना होगी। राजधानी क्षेत्र दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में मौसम गर्म और शुष्क रहेगा।
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आखिरकार, देश के पूर्वी हिस्से में जाएँ तो पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, गंगा के पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा। दक्षिण तटीय ओडिशा के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम पर अच्छी वर्षा हो सकती है, पूर्वोत्तर भारत में बारिश कम हो जाएगी।
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