उत्तर-पूर्वी मॉनसून का दक्षिण भारत में आगमन हो गया है। इसके चलते बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती सिस्टम और अरब सागर से अंडमान सागर तक विस्तृत ट्रफ प्रभावी हो गई है। उत्तर-पूर्वी मॉनसून के आगमन के साथ ही दक्षिणी राज्यों में उत्तर-पूर्वी हवाएँ तेज़ होंगी जिससे बारिश बढ़ने की संभावना है। तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश शनिवार को अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है।
दक्षिणी कर्नाटक, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश में गरज और तेज़ हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के आसार हैं।
पूर्वी भारत के मौसम का ज़िक्र करें तो बांग्लादेश और इससे सटे त्रिपुरा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन भागों में पूर्वी और उत्तर-पूर्वी हवाएँ चल रही हैं। पूर्वोत्तर में नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। शेष सभी पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
[yuzo_related]
हालांकि उत्तर-पूर्वी ठंडी हवाओं के चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के तराई क्षेत्रों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, नागालैंड, असम और मेघालय में कुछ स्थानों पर कोहरा छाया रह सकता है।
मध्य भारत में भी मौसम स्थिर रहेगा। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात में मौसम शुष्क बना रहेगा। जबकि मध्य महाराष्ट्र के दक्षिणी और इससे सटे तटीय भागों में गरज के साथ हल्की बौछारें गिरने की संभावना है।
Live status of Lightning and thunder
उत्तर भारत के मौसम में किसी बदलाव के संकेत नहीं हैं। मध्य पाकिस्तान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती सिस्टम बने हुए हैं। यह अलग बात है कि यह सिस्टम प्रभावी नहीं हैं जिससे उत्तर भारत के मैदानी राज्यों से लेकर पर्वतीय राज्यों तक शुष्क मौसम जारी रहेगा।
हल्की उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी जिससे दक्षिणी हरियाणा, इससे सटे उत्तर प्रदेश, दिल्ली और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट हो सकती है। दूसरी ओर दिल्ली, पानीपत, सोनीपत, आगरा और अलवर जैसे शहरों में प्रदूषण में कल कुछ वृद्धि देखने को मिल सकती है।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com