दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आखिरकार भारत से विदा हो चुका है और अब पूर्वोत्तर मॉनसून के आगमन के लिए ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
देश भर के मौसम की बात करें तो दक्षिण भारत में इस समय एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी और इससे सटे तमिलनाडु और श्रीलंका तट पर बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा जा रही है। लक्षद्वीप में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन प्रणालियों की वजह से अगले 24 घंटो के दौरान तटीय केरल और तमिलनाडु में बारिश होने की संभावना है।
हालांकि पूर्वोत्तर मॉनसून के आगमन तक यहां वर्षा की गतिविधियां कम ही रहेगी।
वहीं उत्तर भारत में इस समय मौसम में बदलाव देखा जा सकता है जहाँ सुबह के समय ठंड और रात के समय तापमान में गिरावट रिकॉर्ड की जा रही है। सर्दियाँ ज़्लद ही दस्तक देने वाली हैं।
सोमवार को देश की राजधानी दिल्ली में लोगों को इस सीजन की सबसे ठंडी सुबह का अनुभव हुआ जब न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया।
मौसम प्रणालियों के बारे में बात करें तो जम्मू-कश्मीर पर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ है जो यहाँ हल्की बारिश देगा। इससे प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान, पंजाब और पाकिस्तान के इलाकों में है। अगले 24 घंटों के लिए ये अपने साथ कोई मौसम गतिविधि नहीं लाएगा। हालांकि बाद में कुछ मौसमी गतिविधियां देखी जा सकती है।
Click the image below to see the live lightning and thunderstorm across India
इसके अलावा पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश क्षेत्र पर एक एंटी-साइक्लोन विकसित हो गया है जिसके कारण पूरे मध्य भारत में मौसम शुष्क रहेगा। वहीं गुजरात में गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा।
ओडिशा और मध्य प्रदेश पर एक कोन्फ़्लुएन्स जोन बना हुआ है जिसके कारण मध्य प्रदेश, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश देखी जा सकती है।
देश के पूर्वी हिस्सों की बात करें तो बिहार, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल में शुष्क मौसम बना रहेगा। हालांकि नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ हिस्सों में बारिश हो सकती है।
Any information taken from here should be credited to skymetweather.com