चेन्नई और बंगलूरू सहित दक्षिण भारत के कई भागों में रिकॉर्ड तोड़ बारिश देने के बाद उत्तर-पूर्वी मॉनसून थोड़ा शांत हुआ है। इन भागों में कम से कम अगले 48 घंटों तक मौसम की बेरहमी नहीं रहेगी जिससे भीषण बारिश की चपेट में आए चेन्नई सहित तटीय तमिलनाड़ु के कई जि़लों में राहत कार्यों में आसानी होगी। बुधवार को दक्षिण भारत ही नहीं बल्कि देश के अन्य भागों में भी मौसमी हलचलें कम रहेंगी। इधर दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में बना निम्न दबाव अब दूर निकल रहा है। इससे गुजरात के दक्षिणी तटों तक एक ट्रफ बनी हुई है। बारिश की बात करें तो बुधवार तक तटीय केरल, कर्नाटक, कोंकण-गोवा, महाराष्ट्र और तटीय गुजरात में फिलहाल हल्की वर्षा की ही संभावना है।
समूचे मध्य भारत तथा पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में मौसम पहले की तरह ही बुधवार को भी शुष्क बना रहेगा। गंगा के मैदानी वाले भागों में बुधवार की आपकी सुबह की शुरूआत कोहरे के साथ हो सकती है।
उत्तर से गुजर रहा पश्चिमी विक्षोभ बहुत प्रभावी नहीं है जिससे उत्तर भारत के पर्वतीय भागों में विशेष बारिश के आसार नहीं हैं।
तापमान की बात करें तो उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में साफ आसमान और शुष्क मौसम के बीच पारा स्थिर रहेगा। देश के बाकी भागों में भी तापमान में विशेष उतार चढ़ाव की संभावना बहुत कम ही है।
इधर बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। यह पूर्वी तटीय भागों पर 29 नवम्बर से मौसम को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा खाड़ी में एक अन्य प्रभावी मौसमी सिस्टम विकसित हो रहा है, जो इसके बाद आंध्र प्रदेश के तटों पर मौसम को बदल सकता है।