एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के भागों को सोमवार से प्रभावित करने वाला है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे सटे राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है।
इसके चलते तीनों पर्वतीय राज्यों में बादलों का प्रभाव बढ़ेगा और कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां शुरू हो जाएंगी। अगले 24 घंटों के बाद बारिश बढ़ने के आसार हैं।
इधर मैदानी राज्यों में उत्तरी राजस्थान, इससे सटे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर धूलभरी आँधी के साथ छिटपुट वर्षा हो सकती है।
पूर्वी भारत में बंग्लादेश और इससे सटे पश्चिम बंगाल के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में अच्छी बारिश होने की संभावना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी कुछ स्थानों पर तेज़ हवा के झोंके के साथ वर्षा हो सकती है। एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभव है।
असम और मेघालय में कई जगहों पर मध्यम जबकि कहीं-कहीं भारी वर्षा दर्ज की जा सकती है। शेष पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की वर्षा जारी रहेगी।
छत्तीसगढ़ और सटे ओडिशा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से इन दोनों राज्यों में कहीं-कहीं गरज और तेज़ हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है।
मध्य से लेकर दक्षिण भारत तक पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के टकराने से विदर्भ से कोमोरिन तक विंड डिसकन्टीन्यूटी बनी हुई है। साथ ही मराठवाड़ा पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी इससे मिल रहा है। इसके प्रभाव से कर्नाटक और केरल में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी। जबकि बाकी हिस्सों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
राजस्थान सहित उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से अधिक चल रहे तापमान में 24 घंटों के बाद गिरावट दर्ज की जाएगी। देश के बाकी भागों में तापमान में विशेष बदलाव के आसार नहीं हैं।