इस समय देश के अधिकांश भागों में प्री-मॉनसून बारिश ना होने की स्थिति में ज्यादातर जगहों पर लू का प्रकोप देखने को मिला है। उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में कई शहरों में तापमान 47 डिग्री जबकि अन्य स्थानों पर पारा 45 डिग्री के आसपास रिकॉर्ड किया जा रहा है।
उत्तरी राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा के भी कई शहर भीषण लू की चपेट में आ गए हैं। इस समय दिन में इन सभी क्षेत्रों में बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जगह जगह पर सड़कें भी पिघलती नज़र आ रही हैं।
ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि इस समय सूरज कर्क रेखा यानि मध्य भारत के एक दम सीध में होता है। जिसका असर पंजाब से लेकर तेलंगाना तक देखने को मिलता है।
इसमें बारिश ही कुछ बदलाव ला सकती है जो फिलहाल नहीं हो रही है। अगले 1 सप्ताह तक बारिश की संभावना भी ज्यादातर क्षेत्रों में नहीं है। हालांकि छत्तीसगढ़ में जगदलपुर और आसपास के क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
इस बीच पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों, असम तथा मेघालय में बारिश बढ़ने की संभावना है। क्योंकि उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक एक ट्रफ बनी हुई है। जिसके कारण पूर्वोत्तर राज्यों पर दक्षिण पश्चिमी हवाएं चल रही है।
दूसरी ओर बिहार के उत्तर पूर्वी शहरों अररिया, किशनगंज, सुपौल और पूर्णिया तथा ओड़ीशा में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
लेकिन बिहार के बाकी हिस्सों, कोलकाता से पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम शुष्क होगा और लू का प्रकोप देखने को मिलेगा।
तेलंगाना में लू का प्रकोप जारी रहेगा बना रहेगा।
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मध्य भारत से दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तक बनी ट्रफ के प्रभाव से बंगलुरु सहित आंतरिक कर्नाटक और इससे सटे तमिलनाडु में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
तमिलनाडु के बाकी हिस्सों और आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर बारिश की उम्मीद है। तटीय आंध्र प्रदेश में एक-दो स्थानों पर वर्षा होने की संभावना है।
अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में भारी वर्षा होने की संभावना है। जबकि मॉनसून के लिए केरल में इंतजार अभी जारी रहेगा।
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