दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अरब सागर में आगे बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी के कुछ और भागों में भी मॉनसून की प्रगति हुई है। केरल में अगले 24 घंटों में मॉनसून के दस्तक देने की प्रबल संभावना।
इस बीच बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान मोरा और प्रभावी हो रहा है। हमारा अनुमान है कि यह 30 मई की दोपहर तक बांग्लादेश के तटों को पार करेगा।
चक्रवात के प्रभाव से गंगीय पश्चिम बंगाल और ओड़ीशा में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्वोत्तर राज्यों में तेज़ हवाओं के साथ भीषण वर्षा हो सकती है। त्रिपुरा, मणिपुर, मिज़ोरम और मेघालय विशेष रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
चक्रवात बांग्लादेश में भी भीषण बारिश देगा। इसके चलते बंगाल की खाड़ी में समुद्र में हलचल बहुत अधिक रहेगी।
उत्तर भारत के मौसम का ज़िक्र करें तो यहाँ मध्य पाकिस्तान पर बने चक्रवाती सिस्टम और इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक पहुँच रही ट्रफ के प्रभाव से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा हो सकती है।
इधर गुजरात पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से गुजरात के वलसाड, भावनगर और सूरत में हल्की बारिश होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में हल्की बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं। इन गतिविधियों के बीच मध्य भारत के लगभग सभी भागों से लू का प्रभाव समाप्त हो सकता है।
Live status of Lightning and thunder
दक्षिण पश्चिम मॉनसून अब कभी भी केरल में दस्तक दे सकता है। इन संभावनाओं के बीच पश्चिमी तटों पर केरल से लेकर कर्नाटक और महाराष्ट्र तक बारिश बढ़ने का अनुमान है।
हालांकि दक्षिण भारत के शेष राज्यों विशेषकर तमिलनाडु, रायलसीमा और तेलंगाना में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com