आपको बता दें कि स्काइमेट ने समूचे भारत में सामान्य मौसम के साथ मॉनसून का और सटीक अनुमान लगाने के लिए अमरीका की University Corporation for Atmospheric Research यानि यूकार के साथ 10 लाख डॉलर की लागत से एक समझौता किया है। इससे आने वाले दिनों में स्काइमेट के पूर्वानुमान और सटीक होंगे।
फिलहाल उत्तर भारत भारत के मौसम का हाल।
जम्मू कश्मीर के करीब बना पश्चिमी विक्षोभ काफी कमजोर हो गया है इसके चलते विशेष बारिश की संभावना नहीं है। कल जम्मू कश्मीर में 1-2 स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली में मौसम अगले कुछ दिनों तक लगातार शुष्क बना रहेगा। तापमान में वृद्धि होगी जिससे लोगों को आने वाले दिनों में भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा।
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अनुमान है कि हरियाणा के कई इलाकों, राजस्थान और दिल्ली में कल भी लू का प्रकोप जारी रहेगा।
पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों के मौसम का हाल देखें तो एक ट्रफ रेखा पूर्वी उत्तर प्रदेश से मेघालय तक बनी हुई है। इसके प्रभाव से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में कई जगहों पर हल्की से मध्यम और 1-2 स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी भागों और सिक्किम में भी कल अच्छी वर्षा हो सकती है। गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भी कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।
झारखंड और बिहार के पूर्वी हिस्सों में छिटपुट बादल रहेंगे। एक-दो स्थानों पर गरज के साथ प्री-मॉनसून वर्षा हो सकती है।
जबकि दोनों राज्यों के पूर्वी हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में सभी स्थानों पर मौसम शुष्क बना रहेगा। इलाहाबाद सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाके लू की चपेट में रहेंगे।
मध्य भारत में बनी ट्रफ के प्रभाव से दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में 1-2 स्थानों पर गरज के साथ हल्की प्री-मॉनसून वर्षा दर्ज की जा सकती है। जबकि मध्य प्रदेश के शेष भागों, विदर्भ, राजस्थान और गुजरात में कई जगहों पर तापमान 45 डिग्री के आसपास रहेगा जिससे भीषण लू का कहर जारी रहेगा।
इस बीच अरब सागर में बना चक्रवाती तूफ़ान मेकुनु प्रभावी होते हुए आज भीषण चक्रवात के रूप में तब्दील हो गया। कल तक इसके और प्रभावी होकर अति भीषण चक्रवाती तूफान का रूप लेने की संभावना है। हालांकि चक्रवाती तूफ़ान मेकुनु भारतीय उपमहाद्वीप को प्रभावित नहीं करेगा।
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लेकिन अरब सागर में हाल ही में बने दोनों चक्रवाती तूफ़ान सागर और मेकुनु के चलते दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गति प्रभावित हुई है। पहले के अनुमान के अनुसार अब तक मॉनसून को अंडमान व निकोबार पहुँच जाना था लेकिन यह नहीं आय है।
दक्षिण भारत में तमिलनाडु तक बनी ट्रफ के प्रभाव से कुछ स्थानों पर प्री-मॉनसून गतिविधियां जारी रहेंगी। कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में बादलों की गर्जना के साथ हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
आंध्र प्रदेश के तटवर्ती हिस्सों में भी कुछ स्थानों पर जबकि तेलंगाना में एक-दो जगहों पर बादलों की गरज के साथ वर्षा होने की संभावना है।
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