जम्मू कश्मीर के पास पहुँच रहे एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभों के चलते हिमालयी राज्यों में बारिश की गतिविधियां बनी हुई हैं। शनिवार को भी जम्मू कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड में गर्जना के साथ हल्की से मध्यम वर्षा संभव है।
मैदानी राज्यों में पंजाब और इससे सटे भागों पर भी हवाओं में चक्रवाती क्षेत्र के रूप में एक मौसमी सिस्टम बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक बनी हुई है। इन सिस्टमों के प्रभाव से हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश में धूलभरी आँधी चलने और बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है।
मध्य भारत में शुष्क मौसम के चलते गर्मी की मार लगातार जारी है। कल भी यहाँ पारा आसमान पर होगा। छत्तीसगढ़, विदर्भ, आंतरिक ओड़ीशा और तेलंगाना में लू का प्रकोप बना रहेगा।
तटीय आंध्र प्रदेश से दक्षिणी तमिलनाडु तक बनी ट्रफ कमजोर हो रही है जिससे दक्षिण भारत में बारिश में कमी आएगी। हालांकि दक्षिणी कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु और केरल में कुछ स्थानों पर शनिवार को भी वर्षा जारी रहेगी। शेष दक्षिण भारत में एक-दो स्थानों पर बारिश का अनुमान है।
देश के पूर्वी हिस्सों के मौसम का ज़िक्र करें तो यहाँ बिहार से पश्चिम बंगाल तक एक ट्रफ रेखा और पूर्वोत्तर राज्यों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। हमारा अनुमान है कि इस परिदृश्य के बीच उत्तर और पूर्वी बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर प्री- मॉनसून वर्षा जारी रह सकती है। यहाँ ओड़ीशा तक आ रही ट्रफ के प्रभाव से ओड़ीशा में भी कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा होने की संभावना।
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