दक्षिण पश्चिम मॉनसून 2019 का आखिरकार अंडमान व निकोबार के कुछ भागों में आगाज़ हो गया है। यह 20 मई, यानी सामान्य समय से कुछ पहले व निकोबार पहुंचा है। मॉनसून की उत्तरी रेखा इस समय कार निकोबार के आगे पहुंच गई है।
अंडमान निकोबार के दक्षिणी भागों के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जिससे इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
दक्षिण भारत के बाकी क्षेत्रों की अगर बात करें तो यहाँ एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कोमोरिन पर और एक उत्तरी आंतरिक कर्नाटक पर बना हुआ है। और एक ट्रफ दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से आंतरिक तमिलनाडु तक बनी हुई है।
इसके चलते कर्नाटक, केरल और पश्चिमी तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है। आंध्र प्रदेश में भी एक दो जगहों पर बारिश होने की संभावना है।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में मिलाजुला मौसम है। एक तरफ जहां पूर्वोत्तर राज्यों में कई दिनों से बारिश हो रही है तो दूसरी ओर बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और झारखंड तथा ओड़ीशा में मौसम की सूखा है। अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर प्री मॉनसून वर्षा हो सकती है। ओडिशा में एक-दो जगह मामूली वर्षा होने की संभावना है।
मध्य भारत में कई दिनों से शुष्क मौसम बना हुआ है और आगे भी जारी रहेगा। इसके चलते तापमान में वृद्धि हो रही है। यहां तक कि दक्षिणी मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में लू जैसी स्थितियां रहेंगी। दक्षिणी राजस्थान और गुजरात में कहीं-कहीं धूल भरी आंधी चलने और गरज के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है।
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आखिर में उत्तर भारत के मौसम का हाल। जम्मू कश्मीर के पास एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है इसके प्रभाव से कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचे स्थानों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है। लेकिन पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और नॉर्थ राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा। इससे इन भागों में 20 मई को पारा और ऊपर जाएगा। कुछ हिस्सों में लू जैसे हालात बनेंगे।
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