तमिलनाडु के तटों के करीब बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ सिस्टम इस समय चेन्नई के बेहद करीब है। इसके चलते चेन्नई सहित अन्य तटीय भागों में मौसम चुनौती पूर्ण बने रहने की संभावना है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
यह सिस्टम इस समय डीप डिप्रेशन बन चुका है और भारत के पूर्वी तटों के साथ-साथ उत्तर में आगे बढ़ रहा है। इसीलिए भारत के तटीय भागों पर राहत की बात यह है कि इसका लैंडफाल भारत में नहीं होगा।
धीरे-धीरे तमिलनाडु के दक्षिणी तटीय भागों में भीषण हवाएँ चलना बंद होंगी और बारिश में भी कमी आएगी जबकि आंध्र प्रदेश में वर्षा बढ़ेगी। पूर्वी तटीय भागों के साथ-साथ आगे बढ़ने के चलते बाद में उत्तरी आंध्र प्रदेश, तटीय ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में भी भारी वर्षा के आसार हैं।
संभावित चक्रवाती तूफान पूर्वोत्तर भारत के मौसम को भी प्रभावित कर रहा है। पूर्वोत्तर भारत में बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवाह अधिक हो रहा है जिससे इन भागों में वर्षा की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। लगातार भारी बारिश के चलते कुछ इलाकों में बाढ़ जैसे हालत पैदा हो सकते हैं। सिल्चर और चेरापुंजी में मंगलवार को 200 मिलीमीटर से भी अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई। इन भागों में आगे भी बारिश जारी रहेगी।
देश के अन्य भागों के मौसम की बात करें तो उत्तर और उत्तर पश्चिम भारत में लू का प्रकोप जारी है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 45 डिग्री के ऊपर चला गया है। गुजरात और राजस्थान के भी अधिकांश हिस्सों में तापमान 45 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया जा रहा है। जैसलमर, फलोदी और बाड़मेर जैसे इलाकों में जानलेवा गर्मी पड़ रही है। साफ आसमान तथा उत्तर और उत्तर-पश्चिम से आने वाली गर्म और शुष्क हवाओं के प्रभाव से इन भागों में सामान्य से अधिक तापमान बना रहेगा और भीषण गर्मी जारी रहेगी।