श्रीलंका और उससे सटी मन्नार की खाड़ी के पास बना गहरा निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 48 घंटों में डिप्रेशन बन सकता है। संभावना है कि यह सिस्टम कल दक्षिणी तमिलनाडु़ के नागापट्टिनम के दक्षिण से गुज़रेगा।
इसके चलते तमिलनाडु के दक्षिणी और तटीय ज़िलों तथा दक्षिणी केरल में कई जगहों पर भारी वर्षा हो सकती है। केरल के बाकी भागों, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक और तटीय कर्नाटक में अगले 24 से 36 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।
देश के अन्य भागों में मौसम इस प्रकार रहेगा। मध्य भारत में कोई मौसमी हलचल संभावित नहीं है। विदर्भ, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कई हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहने के आसार हैं। छत्तीसगढ़, दक्षिणी उत्तर प्रदेश और झारखण्ड में भी एक-दो स्थानों पर लोगों को लू का सामना करना पड़ सकता है।
पूर्व में उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल तथा उससे सटे असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन गया है। इसके प्रभाव से असम, मेघालय, अरूणाचल प्रदेश, मणिपुर, मिज़ोरम तथा नागालैण्ड में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं।
गंगीय पश्चिम, झारखण्ड, ओडिशा और तटवर्ती आंध्र प्रदेश में कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है।
उत्तर भारत के पास बना पश्चिमी विक्षोभ अपेक्षाकृत कमज़ोर है। हालांकि यह जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखण्ड में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा दे सकता है।
दिल्ली में शुष्क मौसम के बीच गर्मी बढ़ेगी। एक-दो जगहों पर लू चलने की भी संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी के साथ-साथ राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा।