बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र गहरे निम्न दबाव का रूप ले चुका है और यह तमिलनाडु के तटीय भागों के करीब बढ़ा है। यह सिस्टम अगले 24 घंटों में डिप्रेशन बन सकता है।
इसके प्रभाव से सोमवार को तमिलनाडु और केरल के अधिकांश भागों में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके प्रभाव से दक्षिणी-आंतरिक कर्नाटक में भी कुछ स्थानों पर वर्षा हो सकती है।
खाड़ी में बने इस सिस्टम के प्रभाव से पूर्वोत्तर राज्यों में भी नमीं का प्रवाह बढ़ने से इन राज्यों में बारिश की गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
इधर दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उससे सटे उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। हालांकि इस सिस्टम को अपेक्षित नमी नहीं मिल पा रही है, जिससे इसके प्रभाव से बारिश जैसी संभावना कम ही है।
हालांकि इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ और तेलंगाना होते हुए रायलसीमा तक जा रही है। इस ट्रफ के आसपास के भागों में एक-दो स्थानों पर बारिश देखने को मिल सकती है।
इधर उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर के पास एक पष्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसके चलते जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर वर्षा होने के आसार हैं।
इसके प्रभाव से बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और उससे सटे राजस्थान पर दिखाई दे रहा है हालांकि यह सिस्टम कमज़ोर है जिससे मैदानी क्षेत्रों में यह कोई मौसमी हलचल नहीं कर पाएगा।
बीते कई दिनों से तेज़ धूप और शुष्क मौसम के प्रभाव से उत्तर पश्चिम भारत के कई भागों और मध्य भारत में सोमवार को भी लू का प्रकोप जारी रहेगा।
दिल्ली में भी भीषण गर्मी बनी रहेगी।