बुधवार को देश में विशेष मौसमी हलचल देखने को नहीं मिलेगी। लेकिन 10 मार्च से बारिश का लंबा दौर शुरू होने की संभावना है। उत्तर-पश्चिम से शुरू होने के बाद मध्य, पूर्वी और दक्षिणी भागों में भी होगी बारिश। नमस्कार मैं हूँ देवेन्द्र त्रिपाठी। स्काईमेट वेदर रिपोर्ट में आपका स्वागत है।
एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आता दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से उत्तर भारत में 10 मार्च से बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
पूर्वोत्तर भारत में बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बहुत प्रभावी नहीं है जिससे इन भागों में मात्र एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होगी।
मध्य भारत में भी इस समय बारिश पूरी तरह से बंद है। यहां विदर्भ से पश्चिम बंगाल तक बनी ट्रफ निरंतर कमज़ोर हो रही है।
पश्चिमी तटों के पास एक ट्रफ रेखा देखी जा सकती है। इसके प्रभाव से तटीय केरल और कर्नाटक में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
मार्च का दूसरा सप्ताह जारी है। इस समय उत्तर भारत में विशेष बारिश नहीं होती। लेकिन इस बार बदलाव दिखाई दे रहा है। बारिश का आगामी दौर राजस्थान के पश्चिमी छोर से 10 मार्च को शुरू होगा। 12 और 13 मार्च को राजस्थान से लेकर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओड़ीशा, झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल में भी कई जगहों पर वर्षा के आसार हैं। बारिश का प्रसार धीरे-धीरे तेलंगाना, रायलसीमा और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में भी देखने को मिलेगा।