महाराष्ट्र में पिछले शनिवार से लगातार बारिश की गतिविधियां बनी हुई हैं। अनुमान है कि बारिश के दायरे और इसकी तीव्रता में अगले 24 घंटों में और बढ़ोत्तरी देखने को मिल सकती है। राज्य के तटीय भागों को छोड़कर अन्य कई इलाकों में ओले पड़ने की संभावना भी बनी हुई है।
बृहस्पतिवार को अहमदनगर, सांगली, सतारा, पुणे और कोल्हापुर में अच्छी वर्षा दर्ज की जा सकती है। मुंबई में 4 मार्च को वर्षा की संभावना है।
यहां बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब, हरियाणा और सटे उत्तरी पाकिस्तान पर पहुंच गया है। छत्तीसगढ़ पर भी एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों सिस्टमों को एक ट्रफ जोड़ रही है। साथ ही एक अन्य ट्रफ पश्चिमी तटों के करीब बनी हुई है।
इन मौसमी सिस्टमों के चलते दक्षिण और पूर्वी राजस्थान, गुजरात तथा पश्चिमी मध्य प्रदेश में वर्षा होने का अनुमान है।
दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश का दायरा तटीय भागों तक ही सीमित रहेगा।
पूर्वोत्तर राज्यों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कमज़ोर है जिससे यहां बारिश में कमी आने के आसार हैं।
उत्तर भारत की बात करें तो यहां जम्मू कश्मीर के ऊँचे पर्वतीय भागों में शाम को कुछ बर्फबारी देखने का मिल सकती है। जबकि मैदानी राज्यों में मौसम शुष्क और साफ बना रहेगा।