राजस्थान, पश्चिमी मध्य प्रदेश और उससे सटे गुजरात पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
साथ ही यहां महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़, ओडिशा और झारखण्ड तक एक ट्रफ रेखा बन रही है। इसके अलावा तटीय महाराष्ट्र से कर्नाटक तक भी एक ट्रफ बनी हुई है। इन सभी मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से मध्य भारत के कई भागों में बारिश की गतिविधियां देखने को मिलेंगी। बारिश का दौर लंबा चल सकता है। पूर्वी राज्यों में भी हल्की वर्षा होने के आसार हैं। महाराष्ट्र और दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश में ओले भी पड़ने की संभावना है।
मुंबई में मार्च की शुरूआत हल्की बौछारों के साथ होगी। इस बारिश से महाराष्ट्र में सामान्य से काफी अधिक चल रहे दिन के तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होने की संभावना है।
केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाड़ु के तटीय भागों में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
एक पश्चिमी विक्षोभ इस समय उत्तरी पाकिस्तान पर बना हुआ है। इसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर के ग्लेशियर पर बारिश और बर्फबारी होगी। जबकि राज्य के शेष हिस्सों में बारिश की गतिविधियां संभावित नहीं हैं। हालांकि तीनों पर्वतीय राज्यों के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी बादल छाए रहेंगे।
इस सिस्टम के पीछे ही एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ भी आता दिखाई दे रहा है।
पूर्वोत्तर राज्यों में मेघालय में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। जबकि षेश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
दिल्ली में दिन में पारा 31 डिग्री और रात में 15 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
कोलकाता में अधिकतम 31 और न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जाएगा।
अहमदाबाद में काफी अधिक गर्मी के आसार हैं। क्योंकि यहां दिन में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जा सकता है। न्यूनतम तापमान होगा 19 डिग्री सेल्सियस।
चेन्नई में अधिकतम 33 जबकि न्यूनतम 24 डिग्री तापमान रहने का अनुमान है।