उत्तर भारत से सक्रिय मौसमी सिस्टम आगे निकल गए हैं। भारी बारिश की उम्मीद अब फिलहाल नहीं है। ऐसा नहीं है कि पश्चिमी विक्षोभ अब नहीं आएंगे। एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास अगले 24 घंटों के दौरान रहेगा लेकिन यह कमजोर है जिससे मौसम को नहीं बदल सकेगा।
चाहे कश्मीर हो या हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख सभी जगहों पर मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि एक-दो स्थानों पर बारिश की संभावना है।
पर्वतीय राज्यों में मौसम शुष्क होने के बाद अब न्यूनतम तापमान में कमी आ रही है जिससे वैष्णो देवी सहित श्रीनगर, शिमला, देहारादून, ऋषिकेश मैं सुबह और रात में सर्दी कुछ बढ़ी है और अगले दो दिनों तक यही हालते होंगे।
पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि कुछ स्थानों पर आंशिक रूप से बादल छा सकते हैं। मौसम साफ होने के साथ दिन के तापमान में तेज़ वृद्धि देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर उत्तर-पश्चिमी ठंडी हवाओं के कारण रात के तापमान में गिरावट की संभावना है।
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पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो यहाँ भी अधिकांश इलाकों में 16 मार्च को मौसम साफ और शुष्क रहेगा। पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में अधिकांश इलाकों में गतिविधियां कम हो जाएंगी। दिन का तापमान बढ़ेगा। इस समय अब खेती के लिए बेहतर यही होगा कि बारिश ना हो और धूप खिले तथा तापमान बढ़े।
हालांकि पूर्वी असम, नागालैंड, मेघालय, पश्चिम बंगाल, ओड़ीशा और इससे सटे झारखंड में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश अगले 24 घंटों के दौरान देखने को मिल सकती है।
मध्य भारत में एक बार फिर से बारिश के लिए मौसमी स्थितियाँ अनुकूल बन रही हैं। दो विपरीत प्रकृति की हवाएँ आपस में मिल रही हैं जिससे अनुमान है कि विदर्भ, दक्षिणी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और मराठवाड़ा में कुछ स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है। महाराष्ट्र के तटीय हिस्सों में तेज़ गर्मी सताएगी। मुंबई में भी गर्मी परेशान कर सकती है।
दक्षिणी राज्यों में तटवर्ती तमिलनाडु के दक्षिणी हिस्सों और केरल में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। लक्षद्वीप में भी बारिश हो सकती है। जबकि चेन्नई, बंगलुरु और हैदराबाद समेत तेलंगना, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में मौसम साफ और शुष्क रहेगा।
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