बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव और पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ के प्रभाव से मॉनसून की सक्रियता बढ़ने की संभावना है।
ओड़ीशा और आंध्र प्रदेश के तटों के करीब बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र गहरे निम्न दबाव का रूप ले सकता है। कल शाम को यह जमीनी भागों का रुख करेगा और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी छत्तीसगढ़, तेलंगाना और विदर्भ में अधिकांश स्थानों पर अच्छी मॉनसूनी बारिश होने की संभावना है।
कुछ समय पश्चात महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में भी बारिश में बढ़ोत्तरी देखने को मिलेगी। इसी सिस्टम के प्रभाव से गुजरात में अगले 48 घंटों के बाद अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
इधर अरब सागर के उत्तर पूर्व में बना निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा। इसके चलते सौराष्ट्र के दक्षिणी भागों में अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
पश्चिमी तटों पर एक ट्रफ बनी हुई है। यह सक्रिय है और तटीय कर्नाटक तथा कोंकण-गोवा क्षेत्र में इसके चलते मूसलाधार वर्षा जारी रहेगी। तटों पर बारिश बढ़ेगी लेकिन केरल में कुछ स्थानों पर ही वर्षा के आसार हैं।
पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में मॉनसून शिथिल रहेगा जिससे पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में मंगलवार को कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा के ही आसार फिलहाल दिखाई दे रहे हैं।
पंजाब और उत्तरी मध्य प्रदेश पर दो मौसमी सिस्टम बने हुए हैं। इन सिस्टमों को आपस में जोड़ते हुए एक ट्रफ ओड़ीशा तक विस्तारित है। यह ट्रफ हरियाणा, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के ऊपर से गुजर रही है। यह ट्रफ दिल्ली सहित मैदानी राज्यों में मॉनसून को आकर्षित करने में मददगार होगी। इस समय भी उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में प्री-मॉनसून बारिश होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।