पश्चिमी तटों पर मॉनसून व्यापक रूप में सक्रिय। मुंबई में भारी वर्षा हो रही है। बारिश का आंकड़ा मुंबई जल्द ही पूरे जून में होने वाली 523 मिलिमीटर को पार कर जाएगा।
पश्चिमी तटों के पास बनी ट्रफ इस समय प्रभावी हो गई है। इसके चलते मॉनसून का सबसे अधिक ज़ोर तटीय कर्नाटक, कोंकण-गोवा और सौराष्ट्र में देखने को मिलेगा। कोंकण-गोवा में मूसलाधार वर्षा होने की संभावना है। केरल में हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधियां बनी रहेंगी।
बंगाल की खाड़ी में ओड़ीशा और आंध्र प्रदेश के तटों के करीब एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिणी ओड़ीशा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में भारी बारिश होने का अनुमान है। प्रायद्वीपीय भारत के आंतरिक हिस्सों में मॉनसून कुछ कमजोर प्रदर्शन करेगा।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की बात करें तो इन भागों में सोमवार को बारिश में व्यापक रूप में कमी जाएगी। लेकिन उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और उत्तर प्रदेश के तराई वाले भागों में अच्छी वर्षा देखने को मिल सकती है।
इधर गंगा के मैदानी भागों में अपेक्षाकृत कम वर्षा होगी हालांकि हल्की मॉनसूनी बौछारें जारी रह सकती हैं। दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में एक-दो स्थानों पर गरज और झोंकेदार हवाओं के साथ बौछारें दर्ज की जा सकती हैं। लेकिन इन भागों में गर्म और उमसभरे मौसम से आपको राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों और राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी भागों में हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है। एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी संभावित है। पश्चिमी राजस्थान में अभी भी मौसम शुष्क बना रहेगा। जिससे इन भागों में तापमान 40 डिग्री के ऊपर दर्ज किया जाएगा।