मॉनसून अपने चरम पर! गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के छिटपुट उत्तरी भागों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून का आगाज हो चुका है।
पश्चिमी तटों के पास बनी ट्रफ के प्रभाव से मॉनसून सक्रिय रहेगा। पश्चिमी तटों पर बारिश जारी रहेगी। कर्नाटक और गोवा क्षेत्र में मूसलाधार बारिश के आसार हैं। उत्तरी तटीय तमिलनाडु और तटवर्ती आंध्र प्रदेश में भी सक्रिय मॉनसून बारिश देगा। चेन्नई, बंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों में दिनभर बारिश का मौसम बना रहेगा। मुंबई में सोमवार को भारी मॉनसूनी बारिश हुई और आगे भी अच्छी वर्षा होने की संभावना है।
मध्य भारत पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ा है और इस समय उत्तर प्रदेश तथा आसपास के भागों पर दिखाई दे रहा है। इस सिस्टम के चलते मॉनसून पश्चिमी मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है।
मॉनसून उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों में भी पहुँच गया है। गंगा के मैदानी इलाकों में बनी ट्रफ रेखा तीन मौसमी सिस्टमों को आपस में जोड़ रही है। हिमालय के तराई वाले भागों विशेषकर, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश होने की संभावना है।
पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां संभावित हैं। इन राज्यों में एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी होने के आसार हैं।
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बुधवार को कुछ स्थानों पर गरज और तेज़ हवाओं के साथ हल्की वर्षा देखने को मिल सकती है।
देश में जहां अधिकांश इलाकों में बादल बने हुए है और कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां हो रहीं हैं वहीं राजस्थान के पश्चिमी छोर पर लोग अभी भी लू जैसे हालत का सामना कर रहे हैं। हालांकि मॉनसून के बढ़ते प्रभाव से तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आएगी।