मुंबई में 10 दिनों की लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिरकार मॉनसून का आगाज हो गया है। इसके साथ ही महाराष्ट्र के अन्य भागों में भी मॉनसून आगे बढ़ा है और मौसमी परिदृश्य के अनुसार आने वाले समय में भी मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियाँ अनुकूल हैं। मुंबई पुणे और आसपास के भागों में रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी।
विदर्भ और आसपास के भागों पर बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम में आगे बढ़ेगा। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश और इसके आसपास के क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की जाएगी। इसके पश्चिम में दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र में जबकि पूर्व में ओड़ीशा और पश्चिम बंगाल में भी वर्षा होने के आसार हैं। हालांकि महाराष्ट्र के आंतरिक हिस्सों में बारिश की तीव्रता में कमी आएगी।
पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ के चलते इन भागों के अधिकतर इलाकों में वर्षा होगी। आंध्र प्रदेश और चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु के साथ-साथ प्रायद्वीपीय भारत के आंतरिक हिस्सों में भी अच्छी बारिश होने के आसार हैं। बंगलुरु और हैदराबाद में भी कुछ वर्षा हो सकती है।
उत्तर भारत के मौसम का ज़िक्र करें तो - यहाँ राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इससे एक ट्रफ पश्चिम बंगाल तक है। इसके चलते हिमालय के तराई वाले भागों विशेषकर पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तरी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में तेज़ हवाओं और बादलों की गरज के साथ अच्छी वर्षा हो सकती है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी कुछ बारिश होने का अनुमान है।
पूर्वोत्तर राज्यों में बारिश में कमी रहेगी और कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बौछारें दर्ज की जाएंगी।