28 जून को केरल में दस्तक देने के बाद मॉनसून तेज़ी से आगे बढ़ा और अब तक इसकी प्रगति अच्छी रही। लेकिन अब इसकी रफ़्तार कम हो गई है, जिससे अगले कुछ दिनों के दौरान मॉनसून की प्रगति बहुत धीमी गति से होगी। इस बीच एक ट्रफ रेखा पश्चिमी तटों पर महाराष्ट्र से केरल तक बनी हुई है।
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इसके प्रभाव से कोंकण-गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम मॉनसून वर्षा होने की संभावना है। केरल और तटीय कर्नाटक में 1-2 स्थानों पर भारी बौछारें भी गिर सकती हैं। उत्तरी तटवर्ती आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों, आंतरिक तमिलनाडु, आंतरिक कर्नाटक और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर वर्षा के आसार हैं।
विदर्भ, दक्षिणी छत्तीसगढ़ और दक्षिण पूर्वी मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश जारी रह सकती है। जबकि पश्चिमी मध्य प्रदेश, गुजरात और दक्षिणी राजस्थान में मौसम शुष्क और गर्म बना रहेगा।
पूर्वी भारत में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र असम पर बना हुआ है। इस सिस्टम से आंध्र प्रदेश के तटों तक एक ट्रफ भी सक्रिय है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
पूर्वोत्तर भारत के बाकी हिस्सों, पश्चिम बंगाल, पूर्वी बिहार और ओड़ीशा के कुछ भागों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर हल्की प्री-मॉनसून बारिश होने की संभावना है।
उत्तर भारत में जम्मू कश्मीर पर एक चक्रवाती क्षेत्र हवाओं में दिखाई दे रहा है। इस सिस्टम से एक ट्रफ़ हिमालय के तराई क्षेत्रों में बनी हुई है। बीच जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में एक-दो स्थानों पर बारिश दर्ज की जा सकती है।
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मैदानी राज्यों में शुष्क और गर्म उत्तर-पश्चिमी तेज़ हवाएं प्रभावी रहेंगी जिससे पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम गर्म और शुष्क बना रहेगा। इन सभी भागों में तापमान बढ़ेगा। राजस्थान के कुछ क्षेत्रों में हीट वेब का प्रकोप फिर से शुरू हो सकता है।
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