बंगाल की खाड़ी में विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर-पूर्वी दिशा में आगे बढ़ते हुए पूर्वी मध्य प्रदेश पर बने निम्न दबाव से मिल गया है।
यह सिस्टम इस समय छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और आसपास के भागों पर दिखाई दे रहा है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ में शनिवार को अच्छी मॉनसूनी बौछारें गिरने की संभावना है।
पूर्वी भारत में बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी इस सिस्टम के प्रभाव से कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जा सकती है।
पूर्वोत्तर भारत में कुछ जगहों पर मध्यम वर्षा की गतिविधियां जारी रहेंगी। अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे उत्तरी भागों में एक-दो स्थानों पर भारी बौछारें भी गिर सकती।
दक्षिण में पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ तटीय कर्नाटक और केरल के पास सक्रिय रहेगी। हमारा अनुमान है कि इन भागों में कुछ स्थानों पर अच्छी मॉनसूनी बारिश हो सकती है । जबकि कोंकण-गोवा क्षेत्र में मॉनसून में सुस्ती रहेगी। प्रायद्वीपीय भारत के आंतरिक हिस्सों में भी मॉनसून कमजोर रहेगा।
उत्तर में पाकिस्तान के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। और यहाँ इस सिस्टम से एक ट्रफ बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। हालांकि यह मौसमी सिस्टम मैदानी राज्यों के मौसम को विशेष रूप से प्रभावित नहीं कर रहे हैं लेकिन पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में छिटपुट जगहों पर बारिश यह दे सकते हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश का दायरा अधिक क्षेत्रों में देखने को मिल सकता है।