बीते 24 घंटों में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में हुई अच्छी वर्षा के चलते बारिश के आंकड़ों में सुधार हुआ है। देश भर में बारिश में कमी अब महज़ 2% रह गई है।
बिहार और आसपास के भागों पर बना निम्न दबाव का क्षेत्र प्रभावी होते हुए गहरे निम्न दबाव का रूप ले चुका है। संभावना है कि यह और सशक्त होते हुए डिप्रेशन बन सकता है। यह सिस्टम इस समय मध्य प्रदेश, पूर्वी उत्तर उत्तर प्रदेश और आसपास के भागों पर दिखाई दे रहा है।
इसके चलते मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में मॉनसून सक्रिय है। उत्तर प्रदेश के तराई क्षेत्रों में भी भारी वर्षा होने के आसार हैं। बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है।
पूर्वोत्तर राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में भी भारी मॉनसूनी बौछारें जारी रहने की संभावना है।
पंजाब और उससे सटे भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से एक ट्रफ पूर्वी भागों तक बनी हुई है। इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तथा आसपास के भागों में छिटपुट जगहों पर वर्षा हो सकती है।
इधर पश्चिमी तटों पर बनी ट्रफ के प्रभाव से मॉनसून सक्रिय रहने की उम्मीद है। तटीय कर्नाटक और कोंकण गोवा क्षेत्र में भारी बारिश दर्ज की जाएगी। केरल में भी अच्छी वर्षा के आसार हैं। हालांकि आंतरिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में मॉनसून कमजोर रहेगा।
गुजरात और राजस्थान में भी मॉनसूनी बारिश ना के बराबर होगी। उत्तराखंड में बारिश में कमी रहेगी जिससे राज्य में राहत कार्यों में आसानी होगी।