कुछ दिनों के ब्रेक के बाद मॉनसून 2 जुलाई को भी आगे बढ़ा और पूर्वी राजस्थान की सीमा सहित हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के भी कुछ भागों में पहुँच गया।
मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय द्वारका, अहमदाबाद, राजगढ़, खजुराहो, लखनऊ, नजीबाबाद और मंडी पर पहुँच गई है।
बात मुंबई की करें तो, देश की आर्थिक राजधानी की रफ़्तार रोकने वाली भीषण मॉनसूनी बारिश में अब कुछ लगाम लगने वाली है। 3 जुलाई की दोपहर तक बारिश से राहत रहेगी। लेकिन 3 जुलाई की शाम से फिर से बारिश में वृद्धि होने की संभावना है।
रत्नागिरी, महाबलेश्वर, और गोवा सहित महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में भी मध्यम से भारी बारिश कुछ स्थानों पर हो सकती है।
मध्य भारत में निम्न दबाव का क्षेत्र अब गहरे निम्न दबाव में तब्दील हो गया है और इस समय मध्य प्रदेश के पास पहुँच गया है। इसके प्रभाव से विदर्भ, मराठवाड़ा, उत्तरी मध्य महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के दक्षिणी जिलों में भीषण मॉनसून वर्षा के आसार हैं।
यह वो इलाके हैं जहां 2019 के मॉनसून की पहली बाढ़ जैसी स्थितियाँ पैदा हो सकती हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश के बाकी भागों में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
गुजरात और इससे दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में भी मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
पूर्वी भारत में मॉनसून अभी भी अच्छी बारिश के लिए लोगों को तरसा रहा है। अगले 24 घंटों के दौरान बिहार उत्तर-पूर्वी जिलों पुर्णिया, भागलपुर, सुपौल सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में अच्छी बारिश होने की संभावना है।
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कोलकाता, रांची, वाराणसी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओड़ीशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में विशेष बारिश के आसार फिलहाल नहीं हैं।
दक्षिण भारत में मॉनसून कमजोर ही बना रहेगा। तमिलनाडु और रायलसीमा में मौसम लगभग सूखा ही बना रहेगा। हालांकि मंगलुरु सहित कर्नाटक के तटीय शहरों पर अच्छी मॉनसून बौछारें गिर सकती हैं।
लेकिन कर्नाटक के भीतरी शहरों, केरल, तेलंगाना और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में हल्की बारिश कुछ स्थानों पर हो सकती है।
उत्तर भारत में मॉनसून हिमाचल तक तो पहुँच गया लेकिन बारिश यहाँ जल्द नहीं बढ़ेगी। हालांकि उत्तराखंड में कुछ स्थानों और हिमाचल में एक-दो जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश शुरू हो सकती है।
मैदानी इलाकों में भी हरियाणा के कुछ भागों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान में छिटपुट जगहों पर बादलों की गर्जना के साथ बारिश हो सकती है। राजधानी दिल्ली में दोपहर या शाम के समय एक-दो स्थानों पर बादलों की गर्जना के साथ हल्की बूँदाबाँदी से ज़्यादा की उम्मीद नहीं है।
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