दक्षिण भारत में केरल पर जल प्रलय जारी है। पश्चिमी तटों पर मॉनसून सक्रिय है। अनुमान है कि केरल में अगले 48 घंटों तक भीषण बारिश दर्ज की जाएगी। वायनाड, पलक्कड, मल्लपुरम, थ्रिसूर, कोझिकोड और आसपास के भागों में बाढ़ की भी आशंका है।
कर्नाटक के तटीय इलाकों में भी मूसलाधार वर्षा के आसार हैं। मंगलुरु, कोडागु, दक्षिण कन्नड, उडुपी और शिवमोगा में भी कुछ इलाके बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं।
बंगलुरु सहित कर्नाटक के भीतरी शहरों में भी अच्छी बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी पर पर बने इस सिस्टम के चलते आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में भारी बारिश के आसार हैं। जबकि हैदराबाद सहित तेलंगाना, तटीय आंध्र प्रदेश और चेन्नई सहित तमिलनाडु के शहरों में हल्की से मध्यम मॉनसूनी बौछारें गिर सकती हैं।
मध्य भारत पर भी मॉनसून मेहरबान है। यहाँ एक चक्रवाती क्षेत्र बना हुआ है और मॉनसून की अक्षीय रेखा मध्य प्रदेश से होकर गुज़र रही है।
इसके प्रभाव से राजस्थान और मध्य प्रदेश के दक्षिणी भागों, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में अच्छी मॉनसूनी बौछारें गरी सकती हैं।
बड़े दिनों बाद गुजरात में बारिश हो रही है। राज्य के भावनगर, सूरत, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, आनंद, नवसारी और वलसाड में हल्की से मध्यम वर्षा जारी होने की संभावना है। जबकि अहमदाबाद, गांधीनगर, ओखा, भुज, सुंदरनगर, दीसा में हल्की वर्षा होने के आसार हैं।
हरनई, महाबलेश्वर सही दक्षिणी कोंकण गोवा क्षेत्र में भारी वर्षा होने की संभावना है। लेकिन मुंबई, ठाणे, दहानु सहित उत्तरी कोंकण क्षेत्र में हल्की वर्षा होगी। मध्य महाराष्ट्र में भी हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में ओड़ीशा पर बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं लगातार चल रही हैं। जिसके चलते दक्षिणी ओड़ीशा में अच्छी वर्षा हो सकती है। लेकिन उत्तरी ओड़ीशा और कोलकाता सहित गंगी पश्चिम बंगाल में मौसम शुष्क रहेगा।
बिहार और झारखंड के भी अधिकांश इलाकों में शुष्क मौसम के आसार हैं। हालांकि दोनों राज्यों के पूर्वी शहरों में हल्की वर्षा गर्मी और उमस से राहत दिला सकती है।
तिब्बत के पास पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव है। जिसके कारण सिक्किम, हिमालय पश्चिम बंगाल, निचले असम और मेघालय में भारी वर्षा होने की संभावना है।
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पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी मौसम शुष्क रहेगा।
उत्तर भारत में पहाड़ों से लेकर मैदानी क्षेत्रों तक मौसम में हलचल बहुत कम होगी। हालांकि एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पूर्वी भागों से आगे निकल रहा है जिसके चलते दक्षिणी जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की वर्षा कुछ स्थानों पर हो सकती है।
लेकिन श्रीनगर, शिमला, मसूरी, नैनीताल सहित अधिकांश हिल स्टेशनों पर मौसम शुष्क रहेगा और तापमान भी बढ़ेगा।
मैदानी भागों में भी कोई सक्रिय सिस्टम नहीं है, जिसके कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम शुष्क और काफी गर्म होगा।
हालांकि 1-2 स्थानों पर थोड़े समय के लिए बूंदाबांदी या हल्की वर्षा की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
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