देश के अधिकांश हिस्सों में जारी कड़ाके की ठंड के बीच भारत अपना 67वां गणतन्त्र दिवस मनाएगा। इस गौरवपूर्ण उत्सव के लिए भीषण सर्दी और कोहरा चुनौती हो सकते हैं।
इस बीच एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आता दिखाई दे रहा है। यह सिस्टम इस समय उत्तरी पाकिस्तान पर है। यह बहुत प्रभावी मौसमी हलचल नहीं है लेकिन इसके प्रभाव से उत्तर के पहाड़ों पर बादल छाने और हल्की वर्षा होने के आसार है। हिमालय की तराई वाले भागों में भी बादल छाए रहेंगे लेकिन मैदानी राज्यों में इसका कोई भी असर देखने का नहीं मिलेगा।
राजस्थान और इसके आसपास के भागों पर एक कमज़ोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ है। इस सिस्टम के प्रभाव से दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी भागों में हवा बदलेगी और भीषण सर्दी से कुछ राहत मिलेगी।
हालांकि दिल्ली के राजपथ पर आयोजित होने वाले भव्य परेड में भारत के गौरवपूर्ण अतीत और वर्तमान का साक्षी बनने के लिए पहुंचने वाले दर्शकों को ठंडी हवाओं के बीच कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ेगा।
पंजाब और हरियाणा में घना कोहरा छाया रहेगा जबकि दिल्ली और आसपास के शहरों के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोहरा मध्यम होगा।
यहां पूर्वोत्तर में बने चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से असम, मेघालय और अरूणाचल प्रदेश में हल्की वर्षा हो सकती है।
गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में शुष्क मौसम जारी रहेगा।
लक्षद्वीप के पास बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा उत्तरी भागों में है। इसके प्रभाव से केरल, तमिलनाड़ु और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है।
दिल्ली में अधिकतम तापमान कुछ बढ़कर 18°C होगा। जबकि न्यूनतम 7°C पर बना रहेगा।
गुवाहाटी में पारा दिन में 21°C और रात में 11°C हो सकता है।
मुंबई में तापमान कुछ गिरेगा और यह दिन में 32°C तो रात में 15°C होगा।