मध्य प्रदेश के दक्षिणी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके बीच से कर्नाटक तक एक ट्रफ भी बनी हुई है।
इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से मध्य महाराष्ट्र के उत्तरी भागों, विदर्भ और दक्षिणी मध्य प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। कुछ इलाकों में अच्छी बारिश के साथ 60 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भागों और उत्तरी विदर्भ में एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिल सकती है।
बारिश के चलते सामान्य से अधिक चल रहे दिन के तापमान में 2 से 4°C तक की गिरावट हो सकती है।
इधर उत्तरी कर्नाटक, उत्तरी तेलंगाना, उत्तरी आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
पूर्वी असम पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से असम, पश्चिम बंगाल के हिमालय से सटे भागों और मेघालय में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश दर्ज की जाएगी।
दक्षिण भारत के शेष भागों की बात करें तो यहां लक्षद्वीप के पास एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। जिसके प्रभाव से तटवर्ती केरल और दक्षिणी तमिलनाडु में एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
उत्तर भारत के भागों की बात करें तो यहां मौसम शुष्क और साफ रहेगा तथा तापमान सामान्य से अधिक बना रहेगा। जम्मू कश्मीर में फरवरी का बाकी बचा समय शुष्क मौसम के साथ बीतेगा।
लेकिन संभावना है कि राज्य में मार्च के पहले ही दिन कुछ बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी क्योंकि एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आता दिखाई दे रहा है।