जम्मू कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ धीरे-धीरे आगे निकल जाएगा। लेकिन इसके बचे प्रभाव से शुक्रवार को भी पर्वतीय राज्यों में बर्फबारी जारी रहेगी। इस बीच एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के करीब आता दिखाई दे रहा है, जो इस समय अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर बना हुआ है।
राजस्थान और इससे सटे पंजाब पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के प्रभाव से पंजाब के तराई से जुड़े भागों में हल्की वर्शा दर्ज की जाएगी। उत्तर भारत के शेष मैदानी भागों पर इसका विशेष असर नहीं पड़ेगा। लेकिन इसके चलते न्यूनतम तापमान ऊपर चला गया है और अगले 24 घंटों के दौरान रात के तापमान में और वृद्धि हो सकती है।
देश के मध्य भागों में कोई विशेष मौसमी गतिविधि संभावित नहीं है। इन भागों में दिन में धूप खिली रहेगी और मौसम आरामदायक होगा।
पूर्वी भारत का रूख करें तो यहां उत्तरी पश्चिम बंगाल से दक्षिणी ओडिशा तक एक ट्रफ बनी हुई है। इसके प्रभाव से ओडिशा, झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्ष हो सकती है।
पूर्वोत्तर राज्यों में शुक्रवार को भी कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियां जारी रह सकती हैं।
तटवर्ती आंध्र प्रदेश पर एक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है जो तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के भीतरी हिस्सों में तापमान को अधिक बनाए रखेगा जिससे इन भागों में दोपहर काफी गर्मी बनी रहेगी।
केरल से कर्नाटक के बीच एक ट्रफ बनी हुई है। जिसके प्रभाव से केरल और तटीय कर्नाटक में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है।
बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व में बना निम्न दबाव का क्षेत्र सशक्त होते हुए अगले 24 घंटों में गहरा निम्न दबाव का रूप ले सकता है। धीरे-धीरे यह पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा।