उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू कश्मीर के पास बने इस पश्चिमी विक्षोभ के चलते उत्तर भारत के पहाड़ी भागों में लंबे समय तक मौसमी गतिविधियां देखने को मिलेंगी।
इसके प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। यह सिस्टम पंजाब, हरियाणा और उत्तरी राजस्थान में बारिश दे सकता है। जबकि राजधानी दिल्ली में बारिश होने के आसार कम हैं। हालांकि दिल्ली में बुधवार को बादल ज़रूर छाए रह सकते हैं।
इन मौसमी सिस्टमों का प्रभाव अगले 3-4 दिनों तक बना रहेगा जिसके कारण मैदानी भागों में न्यूनतम तापमान बढ़ जाएगा जिससे सर्दी कम होगी।
पूर्वोत्तर भारत में जारी बारिश की गतिविधियों का दायरा बढ़ेगा और अधिक बारिश देखने को मिलेगी। अगले 48 घंटों तक यहां हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
दिल्ली में पारा कुछ बढ़ेगा और सुबह 11°C जबकि दिन में 25°C दर्ज किया जाएगा।
मध्य और पश्चिमी भारत में उत्तर से आने वाली सर्द हवाओं का प्रवाह इन मौसमी हलचलों के प्रभाव से रूका है। साथ ही यहां बने एंटी साइक्लोनिक सिस्टम के चलते मौसम शुष्क और गर्म रहने के आसार हैं।
यहां बनी ट्रफ रेखा के प्रभाव से केरल और तटवर्ती कर्नाटक में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की जा सकती है। शेष प्रायद्वीपीय भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा।
अहमदाबाद और मुंबई में दिन का तापमान 31°C होगा जबकि हैदराबाद 34°C अधिकतम तापमान के साथ काफी गर्म रहेगा।