तटीय तमिलनाडु में उत्तर-पूर्वी मॉनसून ज़ोरों पर है। प्रायद्वीपीय भारत के शेष भागों में भी मॉनसून सक्रिय बना हुआ है।
बंगाल की खाड़ी में तमिलनाडु के तटों के करीब बना चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र और प्रभावी होते हुए निम्न दबाव का रूप ले चुका है। यह मौसमी सिस्टम कुछ और समय तक यहीं बना रहेगा। इससे एक ट्रफ रेखा दक्षिणी तटवर्ती आंध्र प्रदेश तक मौसम को प्रभावित कर रही है।
वर्तमान मौसमी परिदृश्य के अनुसार दक्षिणी-तटवर्ती तमिलनाडु में अगले 24 घंटों तक मध्यम से भारी बारिश होने के आसार हैं। चेन्नई में बारिश कम होने से कुछ राहत मिली थी। लेकिन यहां 5 दिसम्बर की शाम से बारिश का दौर फिर से शुरू हो सकता है। हालांकि बारिश की तीव्रता अपेक्षकृत कम रहेगी और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होगी तो एक-दो स्थानों पर मध्यम बौछारें गिरने के आसार हैं।
खाड़ी में बने मौसम सिस्टम के चलते केरल में बारिश बढ़ जाएगी। इस तटवर्ती राज्य में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तटीय आंध्र प्रदेश, आंतरिक तमिलनाडु और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की वर्षा का अनुमान है।
इसके अलावा बात पूर्वी भारत के मौसम की करें तो यहां एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से अरूणाचल प्रदेश और उससे सटे असम में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की जाएगी।
इधर जम्मू कश्मीर और आसपास के मौसम को एक कमज़ोर पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित कर रहा है। इसके चलते जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और इन राज्यों के पहाड़ों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है।
जबकि उत्तर भारत के मैदानी राज्यों, पूर्वी राज्यों और मध्य भारत में मौसम शुष्क और सुहावना बना रहेगा।