श्रीलंका और कोमोरिन के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से दक्षिणी तमिलनाड़ु और दक्षिणी केरल में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इन भागों में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी दर्ज की जा सकती है। शेष दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में मौसम शुष्क बने रहने का अनुमान है।
इधर मध्य भारत के पूर्वी भागों पर भी कुछ मौसमी हलचल जारी है। यहां उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाएं बंगाल की खाड़ी से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाओं से मिल रही हैं जिसके चलते छत्तीसगढ़ और ओडिशा में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश में भी कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। इन भागों में सुबह के तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी के आसार हैं।
रूख उत्तर भारत का करें तो....यहां पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान से लेकर उत्तरी मध्य प्रदेश तक कुछ स्थानों पर सोमवार को भी शीतलहर जारी रहने का अनुमान है।
इन भागों में 24 घंटों के बाद मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिलेगा, क्योंकि उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों को मंगलवार से एक नया पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करने वाला है। इस समय अफगानिस्तान और उससे सटे पाकिस्तान पर बना पश्चिमी विक्षोभ 22 दिसम्बर को उत्तर भारत के करीब आ जाएगा। इसके चलते जम्मू-कश्मीर तथा हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भागों में कुछ स्थानों पर बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
पहाड़ों पर इसका प्रभाव शुरू होते ही मैदानी भागों में हवा का रूख उत्तर- पश्चिमी से बदलकर दक्षिणी-पूर्वी या दक्षिण-पश्चिमी हो जाएगा जिससे दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी राज्यों में सुबह का तापमान बढ़ेगा और शीतलहर से राहत मिलेगी। इस बदलाव के चलते कोहरा छाने की संभावना है। 24 दिसम्बर से फिर से उत्तर से सर्द हवाओं का प्रवाह बढ़ जाएगा जिससे पारा गिरेगा और शीतलहर का प्रभाव शुरू हो सकता है।
पूर्वी राज्यों में एक ट्रफ है, जिसके चलते अरूणाचल प्रदेश और असम में एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। शेष भागों में मौसम शुष्क रहेगा।
हालांकि पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में सुबह हल्के से मध्यम कोहरा जारी रहेगा। एक-दो स्थानों पर घना कोहरा भी कुछ समय के लिए बन सकता है।