उत्तर पूर्वी मॉनसून में अब ब्रेक लगी है। जिसके चलते प्रायद्वीपीय भारत में बारिश में व्यापक कमी देखने को मिली है। इस समय बारिश की गतिविधियां केवल तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी किनारों पर ही सीमित हैं।
एक कम प्रभावी ट्रफ कोमोरिन से आंध्र प्रदेश तक बन रही है। इसके चलते तमिलनाडु के तटीय भागों में हल्की बारिश हो सकती है। चेन्नई में अब मुख्यतः शुष्क मौसम के आसार हैं। हालांकि थोड़े समय के लिए हल्की बौछारों की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
इधर मालदीव से तटीय कर्नाटक तक भी एक ट्रफ बन रही है। इसके प्रभाव से केरल और कर्नाटक के तटवर्ती जि़लों में शुक्रवार को हल्की बारिश होने के आसार हैं। इसके प्रभाव से उत्तरी-आंतरिक कर्नाटक और उससे सटे महाराष्ट्र में भी हल्की वर्षा दर्ज की जा सकती है।
रूख उत्तर भारत का। यहां एक सशक्त पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के करीब पहुंच गया है। इसके प्रभाव से जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भागों में बर्फबारी होने का अनुमान है। इन राज्यों के मैदानी भागों में अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब और इससे सटे हरियाणा के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इन दोनों मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से पंजाब और हरियाणा में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। दिल्ली में भी एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के आगे निकल जाने के बाद से उत्तर भारत में तापमान में गिरावट आएगी और कोहरा बढ़ जाएगा।
उधर पूर्वोत्तर राज्यों में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। यह सिस्टम अरूणाचल प्रदेश और असम के कुछ भागों में बारिश दे सकता है।
देश के मध्य और पश्चिमी भागों में मौसम शुष्क बना रहेगा।