बंगाल की खाड़ी में अंडमान व निकोबार के दक्षिण-पूर्वी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है। इस सिस्टम के प्रभाव से अंडमान व निकोबार द्वीपसमूह में गरज के साथ मध्यम बौछारें दर्ज की जा सकती हैं।
इस सिस्टम से श्रीलंका के तटों तक एक ट्रफ रेखा भी बन गई है। इस ट्रफ के प्रभाव से दक्षिणी तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर गरज के साथ वर्षा देखने को मिल सकती है। दक्षिण भारत के शेष भागों में बारिश के आसार फिलहाल नहीं हैं।
उत्तर भारत के मौसम का ज़िक्र करें तो यहाँ जम्मू कश्मीर के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुँचने वाला है। इस सिस्टम के प्रभाव से जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बादल छाने के आसार हैं। हालांकि बारिश या बर्फबारी की अपेक्षा यह सिस्टम भी बमुश्किल ही पूरी कर पाएगा।
इस बीच उत्तर भारत के मैदानी राज्यों और मध्य भारत में सर्द और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलती रहेंगी। इन हवाओं का प्रभाव पूर्वी भारत तक देखने को मिलेगा।
साथ ही सर्द हवाओं के प्रभाव से महाराष्ट्र और कर्नाटक तक रात के तापमान में गिरावट हो सकती है जबकि ओड़ीशा के भीतरी जिलों और छत्तीसगढ़ में कुछ स्थानों पर शीतलहर का प्रकोप बना रहेगा।
हालांकि दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिम भारत में दिन में धूप खिली रहेगी।
सर्दियों के मौसम में कोहरा एक ऐसा पहलू है जिससे हर कोई प्रभावित होता है। तो आपको कोहरे की संभावित स्थिति के बार में बता दें कि बृहस्पतिवार को उत्तर के मैदानों में महज़ छिटपुट जगहों पर ही हल्के से मध्यम कोहरा छाने के संकेत दिखाई दे रहे हैं।
लेकिन बंगाल की खाड़ी के उत्तर मध्य में बने एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के चलते पूर्वी भारत में नमीं पहुँच रही है जिससे बिहार के उत्तरी हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर मध्यम से घना कोहरा छा सकता है।
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