उत्तर भारत से शुरुआत करें तो, जम्मू कश्मीर पर बना पश्चिमी विक्षोभ और मैदानी इलाकों पर सक्रिय चक्रवाती क्षेत्र अब कमजोर हो रहे हैं। हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ का सबसे अधिक प्रभाव उत्तराखंड में सबसे ज़्यादा होगा। राज्य में कई जगहों पर वर्षा और हिमपात के आसार हैं।
उत्तर-पश्चिम भारत में मौसम शुष्क हो जाएगा। लेकिन उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और मध्य भागों में अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर बारिश होने की संभावना है।
सर्द हवाओं की वापसी के साथ, उत्तर-पश्चिमी मैदानी इलाकों में रात में पारा गिरेगा।
मध्य भारत की बात करें तो, एक कमजोर चक्रवाती क्षेत्र छत्तीसगढ़ पर देखा जा सकता है। साथ ही एक ट्रफ भी यहाँ बनी हुई है। इसके चलते विदर्भ, छतीसगढ़ और ओड़ीशा में हल्की वर्षा का अनुमान है। मध्य भारत के बाकी हिस्सों में मौसम शुष्क रहेगा।
दक्षिण भारत की बात करें, तो बंगाल की खाड़ी पर बना वेल मार्केड लो प्रैशर एरिया अब डिप्रेशन बन गया। उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ते हुए डीप-डिप्रेशन का रूप ले लेगा। अनुमान है कि अगले 72 घंटों में यह और प्रभावी होते हुए चक्रवात चक्रवात का रूप ले सकता है। हालांकि इसके भीषण चक्रवात बनने की संभावना कम है।
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आखिर में पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत की बात करें तो, बांग्लादेश और साथ लगे असम पर एक कमजोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। इस सिस्टम के चलते, असम और आसपास के इलाकों पर छिटपुट वर्षा की संभावना है।
धुंध और कोहरे की बात करें तो अब देश के ज़्यादातर हिस्सों में कोहरे का प्रभाव बढ़ेगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में मध्यम धुंद छाई रहेगी। कुछ क्षेत्रों में घना कोहरा भी देखा जा सकता है।
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