बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात ‘वरदा’ और प्रभावी हो गया है। खाड़ी में इस समय यह भीषण चक्रवात का रूप ले चुका है और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों के बाद इसकी दिशा में परिवर्तन होने की संभावना है। दिशा बदलने के बाद यह पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आंध्र प्रदेश के तटों के पास पहुंचेगा।
अंडमान व निकोबार से आगे निकल जाने के चलते द्वीपीय भागों में बारिश कम होने की संभावना है। साथ ही आंध्र प्रदेश के तटीय भागों में बारिश की गतिविधियां चक्रवात वरदा के प्रभाव से शुरू हो सकती हैं। तमिलनाडु और केरल में भी एक-दो स्थानों पर वर्षा होने के आसार हैं।
दक्षिण से उत्तर के मौसम का रुख करें तो यहाँ जम्मू कश्मीर के पास एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहुँचने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और उससे सटे राजस्थान और पंजाब पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हो गया है।
इन सिस्टमों के प्रभाव से जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा या बर्फबारी होने की संभावना है। जम्मू कश्मीर से सटे उत्तरी पंजाब के भागों में भी एक-दो स्थानों पर बारिश के आसार हैं।
शनिवार को उत्तर भारत के मैदानी राज्यों से लेकर पूर्वी राज्यों के मैदानी इलाकों तक कोहरे का प्रभाव कम रहेगा।
इस बीच पूर्वी मध्य प्रदेश में उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं और साफ आसमान के चलते दिन के तापमान में व्यापक कमी दर्ज की गई है, जिससे इन भागों में शीतलहर जैसे हालात बने हुए हैं। अगले 2 दिनों तक इस मौसम में बदलाव के आसार नहीं हैं।
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