उत्तरी पाकिस्तान और इससे सटे भागों के पास एक पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है। मॉनसून की अक्षीय रेखा भी तराई क्षेत्रों से मैदानी भागों में पहुँच गई है। यह दोनों सिस्टम कमजोर हैं जिसके चलते जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान में मौसम शुष्क बना रहेगा। हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं।
पूर्वी भारत का रुख करें तो मॉनसून की अक्षीय रेखा उत्तर प्रदेश, झारखंड और ओड़ीशा में पहुँच गई है। इसके अलावा तटीय ओड़ीशा पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हो गया है। यह सिस्टम अगले 48 घंटों में और प्रभावी होगा।
इस मौसमी परिदृश्य के बीच हमारा अनुमान है कि उत्तर प्रदेश के मध्य भागों, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओड़ीशा में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की जाएगी। दक्षिणी ओड़ीशा में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है जबकि बिहार में एक-दो स्थानों पर बारिश का अनुमान है।
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में शुक्रवार को कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम मॉनसून वर्षा जारी रह सकती है।
मध्य भारत में गतिविधियां बढ़ रही हैं। दक्षिणी छत्तीसगढ़, विदर्भ, इससे सटे दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश और मराठवाड़ा के कुछ भागों में मध्यम से भारी वर्षा होने की संभावना है। पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में हल्की वर्षा हो सकती है। पश्चिमी मध्य प्रदेश, दक्षिणी राजस्थान और गुजरात के मौसम की बात करें तो इन भागों में अगले 24 घंटों तक मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। हालांकि एक-दो स्थानों पर वर्षा से इंकार भी नहीं किया जा सकता।
[yuzo_related]
तटीय आंध्र प्रदेश से एक ट्रफ रेखा दक्षिणी तमिलनाडु तक विकसित हो गई है। इसके प्रभाव से उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में अच्छी बारिश हो सकती है।
दूसरी ओर कोंकण गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं।
Live status of Lightning and thunder
मध्य महाराष्ट्र, आंतरिक कर्नाटक और तटीय तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है।
Please Note: Any information picked from here should be attributed to skymetweather.com