पूर्वी भारत पर बना डीप डिप्रेशन कमजोर हो गया है और निम्न दबाव के क्षेत्र के रूप में यह छत्तीसगढ़, झारखंड और उससे सटे बिहार पर दिखाई दे रहा है। इसके प्रभाव से झारखंड, उत्तरी छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश और दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश में मध्यम से भारी मॉनसूनी बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।
इस बीच उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मॉनसून की अक्षीय रेखा पश्चिम और पूरब में बने इन दोनों सिस्टमों के मध्य से बंगाल की खाड़ी तक पहुँच रही है।
इन सभी सिस्टमों के संयुक्त प्रभाव से उत्तर-पूर्वी राजस्थान, दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी मध्य प्रदेश में अच्छी वर्षा हो सकती है।
शुक्रवार को दिल्ली हरियाणा और आसपास के भागों में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां जारी रहने का अनुमान है।
उत्तर में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर के पास से गुज़र रहा है। संभावना है कि यह हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर बारिश देगा।
इधर पश्चिमी तटों पर दक्षिणी गुजरात से दक्षिणी महाराष्ट्र तक एक ट्रफ बनी हुई है। यह सिस्टम बहुत प्रभावी नहीं है लेकिन इसके चलते तटीय गुजरात और कोंकण-गोवा क्षेत्र में मुख्यतः मध्यम बारिश दर्ज की जा सकती है। तटीय कर्नाटक में भी कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।
महाराष्ट्र के भीतरी क्षेत्रों के साथ-साथ दक्षिणी प्रायद्वीपीय हिस्सों में मॉनसून में सुस्ती बनी रहेगी।
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