पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर क्षेत्र से आगे निकल चुका है। हालांकि पर्वतीय भागों में छिटपुट वर्षा शुक्रवार को भी देखने को मिल सकती है।
मैदानी भागों में आसमान साफ रहेगा जिससे तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ गर्मी बढ़ सकती है।
पूर्वोत्तर में मेघालय और उससे सटे असम पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इसके प्रभाव से ऊपरी असम और अरूणाचल प्रदेश में कई जगहों पर वर्षा हो सकती है। शेष पूर्वोत्तर राज्यों में कुछ स्थानों पर वर्षा की गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी।
इस सिस्टम से उत्तरी तटवर्ती आंध्र प्रदेश तक एक ट्रफ रेखा बन रही है। यह ट्रफ सशक्त है और हमारा अनुमान है कि इसके आसपास के भागों में एक-दो स्थानों पर गरज के साथ बौछारें दर्ज की जा सकती हैं।
उत्तरी आंतरिक कर्नाटक के ऊपर एक कमज़ोर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। इस सिस्टम से कोमोरिन तक एक ट्रफ रेखा बन रही है।
इन मौसमी सिस्टमों के प्रभाव से दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के भीतरी हिस्सों में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
इस बीच देश के अधिकांश हिस्सों में दिन का तापमान गिरने से गर्मी से राहत मिली है। लू जैसे हालात से शुक्रवार को भी राहत बनी रहेगी। हालांकि देश के मध्य और दक्षिणी राज्यों में कुछ स्थानों पर पारा 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा सकता है।
पूर्व में पश्चिम बंगाल के कुछ भागों तथा ओडिशा में लू जारी रहने की संभावना है।